उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मंगल दल होंगे पुरस्कृत

जिला युवा कल्याण विभाग सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सक्रिय मंगल दलों को चिह्नित करने की कवायद में जुटा है। जिले में 805 मंगल दल हैं। इनसे एक अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक किए गए कार्यों के आधार पर व्यक्तिगत श्रेणी में इच्छुक युवाओं के आवेदन खंड स्तरीय समिति के माध्यम से जनपद स्तर पर प्राप्त कर लखनऊ प्रेषित की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 02:10 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 02:10 AM (IST)
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मंगल दल होंगे पुरस्कृत
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मंगल दल होंगे पुरस्कृत

महराजगंज: सामाजिक सरोकारों में सक्रिय सहभागिता निभाने वाले महिला व युवक मंगल दलों को स्वामी विवेकानंद यूथ प्रोत्साहन योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा। जिले में एक महिला व पुरुष को बीस-बीस हजार रुपये और ब्लाक स्तर पर एक महिला या पुरुष को पांच-पांच हजार रुपये दिए जाएंगे।

जिला युवा कल्याण विभाग सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सक्रिय मंगल दलों को चिह्नित करने की कवायद में जुटा है। जिले में 805 मंगल दल हैं। इनसे एक अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक किए गए कार्यों के आधार पर व्यक्तिगत श्रेणी में इच्छुक युवाओं के आवेदन खंड स्तरीय समिति के माध्यम से जनपद स्तर पर प्राप्त कर लखनऊ प्रेषित की जाएगी। जबकि जिले में एक सर्वश्रेष्ठ युवक मंगल दल व एक महिला मंगल दल तथा प्रत्येक ब्लाकों में एक महिला या पुरुष मंगल दल के चयन के लिए खंड विकास अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।

जिला युवा कल्याण अधिकारी सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि विवेकानंद यूथ प्रोत्साहन योजना के तहत मंगल दलों से आवेदन मांगे गए हैं। खंड विकास अधिकारियों को उनके आवेदन के साथ प्रस्तुत कार्यों के विवरण का परीक्षण कर 15 अगस्त तक जिला युवा कल्याण विभाग कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद जनपद स्तरीय कमेटी उसका चयन करेगी। कमेटी करेगी चयन

- जिला विकास अधिकारी

- जिला युवा कल्याण अधिकारी एवं प्राविद अधिकारी

- जिला विकास अधिकारी द्वारा नामित खंड विकास अधिकारी

- जिला युवा कल्याण अधिकारी एवं प्राविद अधिकारी द्वारा नामित क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी

- व्यायाम प्रशिक्षक क्या है योजना का उद्देश्य

जिले के ग्रामीण युवाओं में आपसी मेल-जोल को बढ़ावा देना व समाज में रचनात्मक भूमिका का निर्वाह करने उनकी नेतृत्व संगठनात्मक क्षमताओं का विकास करना। पर्यावरण संरक्षण, मानव विकास, सामुदायिक संपदाओं के संरक्षण, आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण युवाओं की स्वयंसेवी सहभागिता को प्रोत्साहन करना। परंपरागत सांस्कृतिक विधाओं, ग्रामीण खेलकूद, ऐतिहासिक धरोहरों एवं देशज ज्ञान का संरक्षण आदि में ग्रामीण युवाओं की भूमिका को अभिप्रेरित करना।

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