अब कलस्टर के माध्यम से होगा कोविड टीकाकरण

जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बीपीएम व बीसीपीएम को माइक्रो प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कलस्टर व्यवस्था के मुताबिक एक कलस्टर के एक गांव में दो से तीन टीम दो दिन टीका लगाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 01:16 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 01:16 AM (IST)
अब कलस्टर के माध्यम से होगा कोविड टीकाकरण
अब कलस्टर के माध्यम से होगा कोविड टीकाकरण

महराजगंज : जिले में एक जुलाई से कलस्टर के माध्यम से कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए 12 ब्लाकों में कुल 144 कलस्टर बनेंगे। प्रत्येक कलस्टर में आठ से दस गांव शामिल होंगे। इसके लिए जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में रणनीति बनाई गई है।

जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम व बीसीपीएम को माइक्रो प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कलस्टर व्यवस्था के मुताबिक एक कलस्टर के एक गांव में दो से तीन टीम दो दिन टीका लगाएगी। फिर तीसरे व चौथे दिन दूसरे कलस्टर में तथा पांचवे व छठें दिन तीसरे कलस्टर में टीकाकरण का कार्य करेगी। इसी तरह टीम सभी कलस्टर में तब तक टीकाकरण करेगी, जब तक संबंधित कलस्टर टीकाकरण से संतृप्त न हो जाए। बैठक में सीडीओ गौरव सिंह सोगरवाल, सीएमओ डा.अशोक कुमार श्रीवास्तव, एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल, डीआइओएस अशोक कुमार सिंह, अपर एसडीएम अविनाश कुमार, डीपीओ शैलेंद्र कुमार राय, डीपीएम नीरज सिंह, डब्ल्यूएचओ के डा. विकास यादव आदि उपस्थित रहे। टीकाकरण शुरू होने के पहले होगा प्रचार-प्रसार

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आइए अंसारी ने बताया कि जिन कलस्टर में टीकाकरण शुरू होगा, उसके तीन दिन पहले से उस गांव में डुग्गी मुनादी व अन्य साधनों के जरिये प्रचार-प्रसार होगा, ताकि लोगों को जानकारी हो सके कि कब और कहां कोविड का टीका लगेगा। प्रचार-प्रसार ग्राम प्रधानों, लेखपालों, रोजगार सेवकों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, कोटेदारों, शिक्षकों के माध्यम से कराया जाएगा। लाभार्थियों की बनेगी सूची

कलस्टर के माध्यम से होने वाले टीकाकरण के लिए संबंधित गांव की मतदाता सूची से टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों की सूची तैयार की जाएगी। इसके आधार पर लोगों को टीकाकरण के लिए बुलाया जाएगा। टीकाकरण के दौरान एक कलस्टर के लिए दो मेडिकल वाहन लगाए जाएंगे। प्रत्येक मेडिकल वाहन पर एक चिकित्सक तथा एक पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए जाएंगे, ताकि टीकाकरण के पश्चात होने वाले प्रतिकूल प्रभाव का निदान हो सके।

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