रोहिन नहर में पानी न पहुंचने से सिचाई का संकट

सिचाई के अभाव में गेहूं का उत्पादन घटने की संभावना से चितित हैं किसान

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 05:35 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 05:35 PM (IST)
रोहिन नहर में पानी न पहुंचने से सिचाई का संकट
रोहिन नहर में पानी न पहुंचने से सिचाई का संकट

महराजगंज: नौतनवा व लक्ष्मीपुर ब्लाक के करीब 50 गांवों में सिचाई का प्रमुख साधन मानी जाने वाली रोहिन नहर व इसकी पांच शाखाओं में पानी न पहुंचने से किसानों के सामने गेहूं की सिचाई का संकट खड़ा हो गया है। पानी के अभाव में झाड़ -झंखाड़ से पटी 17 किमी लंबी नहर की हालत देख किसान काफी चितित हैं। उन्हें यह नहीं सूझ रहा है कि सिचाई के लायक तैयार हो चुकी फसल में आखिर कैसे पानी पहुंचाया जाएं। नौतनवा ब्लाक मुख्यालय के रतनपुर गांव के समीप से निकली रोहिन नहर सिचाई के ऐन वक्त पर सूखी पड़ी है। फिर भी सिचाई विभाग नहर की सफाई कराकर पानी पहुंचाने का कोई इंतजाम नहीं कर रहा है। हलांकि हर साल सिचाई खंड प्रथम किसानों की चीख पुकार के बाद नदी के पानी को डायवर्ट कर नहर में भेजने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नवंबर के अंत तक मिट्टी के कच्चे बांध का निर्माण शुरू करा देता है। लेकिन इस साल अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हो सका है । 15 साल पूर्व टूट गया था रोहिन नदी पर बना बैराज:

रोहिन नदी पर वर्ष 1952 में बना पक्का बैराज नेपाल की पहाड़ियों से आए पानी के भारी दबाव के कारण 2005 में भरभरा कर बह गया था। तभी से नहर में पानी भेजने के लिए सिचाई विभाग कोई स्थाई इंतजाम नहीं कर सका है। समस्या के समाधान के लिए विभाग ने टूटे बैराज के करीब 50 मीटर दूर नदी के मध्य पक्के बैराज का निर्माण 2008 में फिर से शुरु कराया था, लेकिन काम की गुणवत्ता का आलम यह रहा कि उसी साल जून में नदी में आए बाढ़ के कारण निर्माणाधीन बैराज के कुछ हिस्से बह गए थे। तभी से बैराज निर्माण का कार्य भी खटाई में पड़ गया । 147 करोड़ की लागत से होता है नए बैराज निर्माण:

रोहिन नदी में नए बैराज निर्माण के लिए 147 करोड़ की लागत से प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है। कुछ माह पूर्व नदी में बैराज निर्माण के लिए पुराने ध्वस्त पड़े बैराज का मलबा हटाने का कार्य भी जोर शोर से शुरू करा दिया गया था। इससे किसानों में यह उम्मींद जगी थी कि बरसात बीतते ही नए बैराज के निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो जाएगा, लेकिन प्रशासनिक सुस्ती से काम अभी शुरु नहीं हो सका है । सूखी नहर के कारण इन गांवों की प्रभावित हो रही खेती:

रोहिन नहर के पानी से नौतनवा व लक्ष्मीपुर ब्लाक के रतनपुर, परसा, कोहड़वल, सोनपिपरी, सिंहपुर, गनेशपुर, रमगढ़वा, शिवपुरवा, मरचहवां, सेखुआनी, खोरिया, सगरहवां, रामनगर, दुर्गापुर,बनकटवा, सोनबरसा, बैरवा, भैंसहिया, अड्डाबाजार, बेलभार, मुड़ली, बरगदवा, सोहट, बकैनिहा, बेलवा, मोगलहा, अमवां, बसावनपुर, तुलसीपुर भटपुरवा, चरका, करैलिया आदि गांवों के किसानों की खेती प्रभावित हो रही है । सिचाई विभाग किसानों की समस्या को लेकर गंभीर है। नए बैराज के निर्माण के लिए टेंडर की प्रकिया अंतिम चरण में है। जल्द ही बैराज का काम शुरू कराकर नहर में पानी भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

संजय कुमार

अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड प्रथम

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