दूसरी लहर में पहले से अधिक जज्बा

बीते साल कोरोना के चलते लोगों का जीना दुश्वार हो गया था। इस बीमारी को लेकर अजीब सा भय था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 12:47 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:47 AM (IST)
दूसरी लहर में पहले से अधिक जज्बा
दूसरी लहर में पहले से अधिक जज्बा

महराजगंज: महिला चिकित्सक डा. शालिनी अपनी जान जोखिम में डालकर कर्मवीर योद्धाओं की तरह लोगों को कोरोना से बचाने का प्रयास कर रहीं हैं। बीते साल कोरोना के चलते लोगों का जीना दुश्वार हो गया था। इस बीमारी को लेकर अजीब सा भय था। ऐसे दौर में उन्होंने हिम्मत से काम लेते हुए लोगों को बीमारी से लड़ने के लिए प्रेरित किया। जनपद में 2013 में आयुष चिकित्सक के रूप में सेवा दे रहीं डा. शालिनी ने बीमारी की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए। बाहर से आए लोगों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब, जब कोरोना की दूसरी लहर तेजी से दायरा बढ़ा रही है, वह फिर बीमारी से दो-दो हाथ कर रहीं हैं।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्ष्मीपुर में तैनात डा. शालिनी की ड्यूटी जब कोरोना मरीजों की जांच व इलाज में लगाई गई तो सहर्ष उस दायित्व को स्वीकार किया और घर-घर जाकर क्वारंटाइन और आइसोलेट लोगों से मिलकर धैर्य बंधाया। होम आइसोलेट लोगों का इलाज किया और निगरानी करती रहीं। संक्रमितों के संपर्क में आने, क्वारंटाइन लोगों की काउंसिलिंग करने के कारण वह बेहद सावधानी बरतती ही थीं, हृदय रोग से पीड़ित पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कई हफ्तों तक घर ही नहीं गई थीं। बस फोन पर हालचाल ले लेती थीं।

जब से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई है, डा. शालिनी ने लोगों की काउंसिलिंग शुरू कर दी है। अपने क्षेत्र में मिलने वाले हर संक्रमित मरीज के घर जा रही हैं। लक्षण नहीं हैं तो होम आइसोलेशन में उनका इलाज कर रही हैं और जरूरी टिप्स दे रही हैं। काउंसिलिग के साथ घर-घर जाकर उपलब्ध कराई दवा

डा. शालिनी लक्ष्मीपुर विकास खंड के विभिन्न गांवों में जाकर क्वारंटाइन लोगों की काउंसिलिग करती थीं। उनकी जांच व दवा का प्रबंध करवाती थीं। अपनी टीम के साथ वह कोरोना संक्रमित मरीजों के घर जाती थीं। दवा देती थीं। उन्हें जल्द स्वस्थ होने के लिए टिप्स देती थीं। कोरोना से बचाव के लिए सावधानी आवश्यक है। नियमों का पालन करके ही हम इससे बचाव कर सकते हैं। मेरा प्रयास यही है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो, जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके।

डा. शालिनी श्रीवास्तव, चिकित्सक, लक्ष्मीपुर सीएचसी

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