ट्रामा सेंटर बने तो मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
मिठौरा के हरिओम पांडेय ने कहा कि जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में एक वर्ष पूर्व ही ट्रामा सेंटर के लिए हरी झंडी मिल गई है। अगर इसका निर्माण समय से हो जाए तो दुर्घटना में घायल लोगों को मेडिकल कालेज जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। अक्सर गोरखपुर जाते समय रास्ते में ही कई घायल दम तोड़ देते हैं।
महराजगंज: सड़क दुर्घटना में घायल, ब्रेन हैमरेज आदि के मरीजों के इलाज के लिए ट्रामा सेंटर को एक साल पहले ही हरी झंडी मिल गई है लेकिन बजट के अभाव में कार्य रूका है। अगर इसका निर्माण पूरा हो जाए तो मरीजों को आधुनिक सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है।
मिठौरा के हरिओम पांडेय ने कहा कि जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में एक वर्ष पूर्व ही ट्रामा सेंटर के लिए हरी झंडी मिल गई है। अगर इसका निर्माण समय से हो जाए तो दुर्घटना में घायल लोगों को मेडिकल कालेज जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। अक्सर गोरखपुर जाते समय रास्ते में ही कई घायल दम तोड़ देते हैं।
निचलौल के रमेश ओझा ने कहा कि बड़े हादसे या दुर्घटना होने पर शहर के सरकारी अस्पताल ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार नहीं है। जनपद में ट्रामा सेंटर निर्माण के लिए धन स्वीकृत कराने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को पहल करने की जरूरत है। ताकि इसके निर्माण को गति मिल सके।
राजीवनगर के आत्माराम गुप्ता ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल, ब्रेन हैमरेज या हार्ट अटैक सहित कई अन्य गंभीर मरीजों को इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कालेज जाना पड़ता है। लेकिन ट्रामा सेंटर बनने से सभी सुविधाएं जनपद में ही मिल सकेगी। इसके निर्माण के लिए सकारात्मक पहल करने की जरूरत है।
सिसवा बाजार अरविद जायसवाल ने कहा कि महराजगंज-फरेंदा मार्ग के टू लेने होने और गोरखपुर-सोनौली मार्ग के फोर लेन होने के कारण वाहनों की रफ्तार में तेजी आई है। जिसके कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ रहीं है। लेकिन दुर्घटना में घायलों की इलाज के लिए यहां कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। इसलिए ट्रामा सेंटर का निर्माण अतिशीघ्र कराना उचित होगा।