कोरोना व लाकडाउन के डर से गांव की तरफ लौट रहे प्रवासी

बहुत अधिक जरूरी होने पर ही निकले घर से बाहर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:45 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:45 AM (IST)
कोरोना व लाकडाउन के डर से गांव की तरफ लौट रहे प्रवासी
कोरोना व लाकडाउन के डर से गांव की तरफ लौट रहे प्रवासी

महराजगंज: बढ़ते कोरोना संक्रमण से एक बार फिर प्रवासी दहशत में आ गए हैं। दिल्ली, मुंबई, गुजरात सहित देश के विभिन्न राज्यों में गए प्रवासी श्रमिक घर वापसी करना शुरू कर दिए हैं। पिछले वर्ष लाकडाउन खत्म होने के बाद फैक्ट्रियों की ओर से बसें भेजकर श्रमिकों को काम पर बुला लिया गया था, लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर से भयभीत होकर लोग घर वापसी करना शुरू कर दिए हैं। कमाने गए लोग जो भी साधन मिल रहा है, उसी से घर वापस हो रहे हैं। सबसे अधिक 25 से 35 वर्ष के प्रवासी घर वापसी में अधिक रुचि ले रहे हैं। परतावल चौक पर मुंबई से घर वापसी करने वाले घुघली क्षेत्र के बांसपार निवासी सुभाष यादव सवारी वाहन की प्रतीक्षा में खड़े थे। उन्होंने बताया कि मुंबई में कोरोना वायरस पांव पसार रहा है। इसके कारण प्राइवेट कंपनियां मजदूरों को सावधान कर रही हैं। कहा जा रहा है कि जिसको जाना है, वह घर जा सकता है। समय आने पर बुलाया जाएगा। मुंबई से लौटे सेमरा चंद्रौली निवासी डब्लू सिंह व पवन कुमार ने बताया कि कहीं फिर से लाकडाउन न लग जाए, इसलिए बाहर कमाने गए मजदूर वापस लौट रहे हैं। लाकडाउन हो जाएगा तो परेशानी बढ़ जाएगी। लाकडाउन से सशंकित लोग दिल्ली हरियाणा से बराबर मोबाइल से संपर्क बनाए हुए हैं। गुजरात के सूरत शहर में साड़ी फैक्ट्री में काम करने वाले पिपरिया निवासी शहरे ने बताया कि तीन माह पहले कमाने गया था कि ईद में घर लौटकर परिवार के साथ बढि़या से त्योहार मनाया जाएगा। लेकिन लाकडाउन के डर से जैसे-जैसे घर लौटना पड़ा। खुशी इस बात की है कि परिवार के साथ हैं। यही जवाब सत्यम, मुर्तुजा, रमेश, मुकेश, आकाश आदि का रहा। इन्होंने कहा कि गांव आने के बाद एहतियात के तौर पर लोगों से दो गज की दूरी बनाकर व मास्क लगाकर चल रहे हैं। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं।

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