सरहद पर बंदिशों के बीच रक्षासूत्र बांध की मंगल की कामना
सोनौली बार्डर पर श्रद्धा व विश्वास के साथ मना रक्षाबंधन पर्व
महराजगंज: भाई-बहन के स्नेह के बीच दीवार बनकर खड़ी हुई सरहद सोमवार को रक्षाबंधन के दिन बहुत देर तक टिक नहीं पाई। कोरोना वायरस के मद्देनजर भारत-नेपाल की सीमा सील है। भाई-बहन का अटूट रिश्ता, श्रद्धा और प्यार का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन के दिन बहनों ने सीमा पर जाकर अपने भाइयों को राखी बांध उनके मंगल की कामना की। नेपाल व भारत में रहने वाली बहनें सोनौली बार्डर पहुंची। अपने-अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनका मुंह मीठा करवाया और उनकी लंबी आयु की कामना की। नो मेंस लैड पर भाई-बहनों को आपने-सामने देख प्रशासन ने रक्षा सूत्र बांधने की अनुमति दे दी। भारत के नगर पालिका नौतनवा गौतम बुद्ध नगर वार्ड निवासी तूल बहादुर थापा व रिकिराम थापा की बहन रत्ना थापा निवासी भैरहवा नेपाल ने दोनों भाइयों की कलाई पर राखियां बांधकर अपना स्नेह, प्यार और आर्शीवाद दिया। नेपाल रुपंदेही निवासी निशा ने सोनौली भारत में रहने वाले अनीश व आशीष भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर लंबी आयु के लिए भगवान से प्रार्थना की।