सिद्धार्थ नगर वार्ड में जनसुविधाओं का अभाव
दो हजार की आबादी वाले इस वार्ड में नागरिक आबादी की भूमि पर लगे कूड़े के ढेर से होकर गुजर रहे हैं। वहां स्थित पुल की रेलिग कई वर्षों पूर्व से टूट कर गिरी हुई है।
महराजगंज: नगर पंचायत सोनौली सिद्धार्थनगर वार्ड में समस्याओं का अंबार है। दो हजार की आबादी वाले इस वार्ड में नागरिक आबादी की भूमि पर लगे कूड़े के ढेर से होकर गुजर रहे हैं। वहां स्थित पुल की रेलिग कई वर्षों पूर्व से टूट कर गिरी हुई है। जहां से बच्चों का गुजरना खतरे से कम नहीं, स्वच्छ पेयजल के लिए वार्ड में कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। मजबूरीवश लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं।
राजदीप गौतम ने कहा कि नाली ठीक न होने से ओवरफ्लो होकर पानी घर में घुस जाता है, मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे बहुत परेशानियों से होकर गुजरना पड़ रहा है।
किसमती देवी ने कहा कि ग्राम सभा की भूमि पर कूड़े को डंप कर वातावरण प्रदूषित किया जा रहा है। वहीं कीटनाशक दवाओं का भी छिड़काव नहीं कराया गया। जिससे बीमारियों का फैलने का भय बना रहता है।
प्रेम कुमार ने बताया कि हमारे घर जाने के लिए कोई सड़क की व्यवस्था नहीं है। जुगाड़ बनाकर घर तक पहुंचते हैं, जो रात में बच्चों के लिए खतरनाक है।
चंदन कुमार का कहना है कि स्वच्छ पेयजल के लिए नगर प्रशासन गंभीर नहीं है। एक वर्ष से खराब पड़े हैंडपंप की कोई सुधि लेने वाला जिम्मेदार नहीं है। वार्डवासी दूषित जल पीने को मजबूर हैं।
अधिशासी अधिकारी राजनाथ यादव ने बताया कि वार्डों में समुचित सुविधाओं की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई हैं। यदि नागरिकों की समस्याओं की शिकायत मिलती है तो तत्काल दुरुस्त करा दिया जाता है। अगर कोई समस्या है, तो उसे दूर कराई जाएगी। डंडा नहर में फेंका जा रहा कस्बे का कचरा
नौतनवां ब्लाक क्षेत्र में बहने वाली डंडा नहर के पानी से किसान अब सिचाई के लिए मुंह मोड़ने लगे हैं। नहर को नौतनवा कस्बे का कचरा निस्तारण स्थल बना लेने से यह स्थितियां उत्पन्न हुई हैं। यही नहीं कस्बे के कई वार्डो की नालियों के पानी को गिराने से नहर अब धीरे-धीरे गंदे पानी के नाले में तब्दील होती जा रही है। ग्रामीणों ने डंडा नहर को प्रदूषण मुक्त कराने की मांग की है।