जागरूकता का अभाव, जल्दबाजी ले रही जान

बीते 11 महीने में जिले के अलग-अलग स्थानों पर मार्गों पर हुई सड़क दुर्घटनाओं में 172 लोगों की जान जा चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 11:32 PM (IST)
जागरूकता का अभाव, जल्दबाजी ले रही जान
जागरूकता का अभाव, जल्दबाजी ले रही जान

महराजगंज: सड़क हादसों के कारण मौत का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते 11 महीने में जिले के अलग-अलग स्थानों पर मार्गों पर हुई सड़क दुर्घटनाओं में 172 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 247 घायल भी हुए हैं। बढ़ती दुर्घटनाओं के पीछे कई कारण हैं। कुछ में तंत्र की लापरवाही तो कुछ में वाहन चालकों की कोताही सामने आती रही है। यातायात नियमों के जानकारी के अभाव समेत ओवर स्पीड, फिटनेस की खामी, नशे में वाहन चलाना व जल्दबाजी दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं।

बीते 15 दिनों में फरेंदा मार्ग पर पकड़ी से लेकर त्रिमुहानी घाट तक करीब सात लोगों की मौत हो चुकी है। अभी गुरुवार की रात ही दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में दो लोगों की मौत जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला मुख्यालय से निचलौल जाने वाले मार्ग पर धनेवा मोड़, परतावल में सेमरा चंद्रौली, सिदुरिया, नौतनवा व फरेंदा बाइपास आदि स्थानों पर भी दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। जनवरी से नवंबर तक आंकड़ों के अनुसार 172 मुसाफिरों की मौत हुई है, वहीं 247 जख्मी हुई हैं। नाबालिग चला रहे वाहन

: यातायात व परिवहन विभाग की अनदेखी के कारण सड़कों पर नाबालिग दोपहिया वाहन व चार पहिया वाहन चलाते हुए नजर आ रहे हैं। कई मामलों में नाबालिगों द्वारा तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटनाएं होती रहीं हैं। उसके बावजूद विभाग बेफिक्र बना हुआ है। दुर्घटनाएं रोकने के लिए ये इंतजाम भी जरूरी

- शहर क्षेत्र के करीब व्यस्त चौराहों पर सिग्नल व्यवस्था दुरुस्त करना और यातायात जवानों की तैनाती।

- ब्लैक स्पाट और डेंजर जोन में वाहनों की रफ्तार कम करने के लिए कदम उठाना।

- खतरनाक मोड़ को सीधा करना । जहां 100 से 200 मीटर से अधिक के टर्न है वहां पर स्पीड ब्रेकर, रंबल स्ट्रीट बनाना।

- शहरी क्षेत्र में स्पीड रडार लगाने की आवश्यकता है। जिन मार्गों के चौड़ीकरण के प्रस्ताव व योजनाएं हैं, वे जल्द पूरी होनी चाहिए।

- यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करना। मौत धोखा नहीं खाती

यातायात निरीक्षक विनोद कुमार यादव ने कहा कि नवंबर महीने में यातायात माह चल रहा है। लोगों को लगातार जागरूक करने व न मानने वालों पर चालान व जुर्माने की कार्रवाई भी की जा रही है। फिर भी लोग अपने ही जीवन के साथ धोखा कर रहे हैं। लोगों को यह समझना होगा कि लोग पुलिस को धोखा दे सकते हैं, लेकिन मौत धोखा नहीं खाती ।

chat bot
आपका साथी