संक्रमण पर जीत के लिए कोविड प्रोटोकाल का पालन जरूरी
कोरोना संक्रमितों का हौसला बढ़ाते हुए दोनों ने बताया कि उन्होंने संक्रमित होने के बाद हिम्मत नहीं हारी और उसका डटकर मुकाबला करते रहे।
महराजगंज: कोरोना संक्रमण को हराने के लिए मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल समेत कोविड गाइडलाइन का अनुपालन सबसे कारगर उपाय है। यह मानना है कोरोना संक्रमण को मात देकर पाजिटिव से निगेटिव हुए सदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी सतेंद्र शर्मा और दिग्विजय प्रताप सिंह का। कोरोना संक्रमितों का हौसला बढ़ाते हुए दोनों ने बताया कि उन्होंने संक्रमित होने के बाद हिम्मत नहीं हारी और उसका डटकर मुकाबला करते रहे। जिसमें स्वजन का भी सहयोग मिला, दवा के साथ पौष्टिक भोजन लेते रहे और इसके जरिये कोरोना को हरा दिया। फोटो-7 एमआरजे-19
पिछले वर्ष कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने के बाद मैंने हिम्मत नहीं हारी। पाजिटिव होने के बाद मैंने स्वयं को घर में ही आइसोलेट कर लिया और सुबह से लेकर शाम तक अपने को संयमित रखते हुए कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन किया। हर समय मन में सकारात्मक सोच रखा। मुंह पर मास्क, हाथों को सैनिटाइज करता रहा। हल्दी मिला दूध लेने के साथ ही समय पर दवा ली। बस इतने प्रयास से कोरोना को मात दे दी। 12 दिनों के बाद हुई दोबारा जांच में मेरी रिपोर्ट निगेटिव आई।
सतेंद्र शर्मा फोटो-7 एमआरजे-20
कोरोना को हराने के लिए कोविड गाइडलाइन अपनाना ही मूलमंत्र है। पिछले वर्ष कोरोना की चपेट में आने से मेरी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आ गई थी, संक्रमित होने के बाद घर वालों से दूरी बनाकर रखी। हिम्मत बनाकर कोरोना से बराबर लड़ता रहा। जिससे मैंने कोरोना से जंग जीत ली और पूरी तरह स्वस्थ हो गया था। 17 दिन दोबारा जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अन्य लोगों को भी इसके बार में जागरूक कर रहा हूं। लोगों को चाहिए कि वे कोरोना गाइडलाइन का पूर्णत: पालन करें। जिससे हम सब कोरोना से जंग जीत सके।
दिग्विजय प्रताप सिंह