मानकों में अंतर से वसूली का शिकार हो रहे भारतीय ट्रक

भैरहवा भंसार कार्यालय के कस्टम चीफ मनीराम पौडेल ने बताया कि ट्रकों पर लदे सामान के मात्रा अनुसार शुल्क लिया जाता है। ओवरलोड का मामला ट्रैफिक पुलिस का है। वह नियम अनुसार ही जुर्माना ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 01:50 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 01:50 AM (IST)
मानकों में अंतर से वसूली का शिकार हो रहे भारतीय ट्रक
मानकों में अंतर से वसूली का शिकार हो रहे भारतीय ट्रक

महराजगंज : नेपाल जाने वाले भारतीय ट्रकों को बेलहिया भंसार से आगे निकलते ही ट्रैफिक पुलिस की वसूली का शिकार होना पड़ रहा है। ओवरलोड के नाम पर प्रति भारतीय ट्रक से 1500 रुपया जुर्माना काटा जा रहा। भारतीय ट्रक चालकों का कहना है कि वह माल को भारतीय लोड मानकों के अनुसार लाद कर लाते हैं। वहीं नेपाल की ट्रैफिक पुलिस का कहना है नेपाल व भारत के लोड मानकों में अंतर है। वसूली को लेकर उपजे इस विवाद की शिकायत नेपाल स्थित भारतीय दूतावास तक पहुंची है। भेजे गए शिकायती पत्र में लिखा गया है कि नेपाल की ट्रैफिक पुलिस मनमाने तरीके से वसूली कर रही है। यदि भारतीय ट्रक वास्तव में मानक के विपरीत माल लोड कर जाते तो भारतीय कस्टम व नेपाली भंसार भारतीय ट्रकों को नेपाल प्रवेश की अनुमति नहीं देता। भैरहवा भंसार कार्यालय के कस्टम चीफ मनीराम पौडेल ने बताया कि ट्रकों पर लदे सामान के मात्रा अनुसार शुल्क लिया जाता है। ओवरलोड का मामला ट्रैफिक पुलिस का है। वह नियम अनुसार ही जुर्माना ले रहे हैं।

यह है भारत-नेपाल में ट्रकों के लोड मानक

भारत में 10 चक्का ट्रक का लोड मानक 20 टन व नेपाल में 17 टन है। 12 चक्का ट्रक का भारतीय लोड मानक 25 टन व नेपाली मानक 22 टन है। 14 चक्का ट्रक का भारतीय मानक 30 टन है, जबकि नेपाल में 14 चक्का ट्रक का लोड मानक 25 टन है।

प्रतिदिन तीन से साढ़े तीन लाख की वसूली

सोनौली सीमा से प्रतिदिन 200 से 250 मालवाहक भारतीय ट्रक नेपाल जाते हैं। सभी ट्रकों से नेपाल की ट्रैफिक पुलिस 1500 रुपया में जुर्माना काटती है। यदि कोई ट्रक चालक जुर्माने की पर्ची नहीं चाहता है। तो 600 से 700 रुपया लिया जाता है। इस तरह प्रति दिन करीब तीन से साढ़े तीन लाख की वसूली नेपाल की ट्रैफिक पुलिस कर रही है।

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