आक्सीजन की कमी से हाफ रहे अस्पताल

प्रतिदिन खर्च हो रहे 100 आक्सीजन सिलेंडर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:38 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:38 PM (IST)
आक्सीजन की कमी से हाफ रहे अस्पताल
आक्सीजन की कमी से हाफ रहे अस्पताल

महराजगंज: जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मांग के अनुरूप कोविड अस्पतालों को आक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे इसकी कमी से जहां अस्पताल हाफ रहे हैं वहीं मरीज और तीमारदार भी आक्सीजन के लिए गुहार लगा रहे हैं।

जिले के महिला चिकित्सालय और केएमसी डिजिटल हास्पिटल में कोरोना मरीजों के भर्ती की व्यवस्था है। लेकिन लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने से आक्सीजन का संकट हो जा रहा है। गुरुवार की रात आक्सीजन के अभाव में मरीज, तीमारदार भटकते नजर आए। जिला अस्पताल पर पहुंचने पर वहां आक्सीजन का अभाव रहा, तो कोविड हास्पिटल महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि रातभर मरीज आक्सीजन पर रहा, लेकिन उसने सुबह दम तोड़ दिया। दोनों अस्पतालों में प्रतिदिन करीब 100 आक्सीजन सिलेंडर खर्च हो जा रहे हैँ। स्वास्थ्य विभाग ने जिले के लिए गुरुवार को 150 आक्सीजन सिलेंडर की डिमांड की थी। लेकिन 86 सिलेंडर ही प्राप्त हो सकी। जबकि शुक्रवार को 200 सिलेंडर की डिमांड की गई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि यह प्रदेश व्यापी समस्या है। इससे निपटने के लिए नियोजित ढंग से कार्य किया जा रहा है। जिन मरीजों को बहुत आवश्यक हो रहा है, उन्हें आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जाता है। सामान्य मरीजों को कंसट्र्रेटेड आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। दोगुने दाम पर मिल रहा आक्सीमीटर, कालाबाजारी शुरू

महराजगंज: कोविड संक्रमण ने जिस तरह से भयावह रूप दिखाना शुरू किया है, उसे लेकर अस्पतालों तक में जगह मिल पाना मुश्किल हो रही है। ऐसे में होम आइसोलेट की सलाह दे रहे चिकित्सक मरीजों को आक्सीमीटर भी खरीदकर रखने की बात कह रहे हैं। आक्सीमीटर के लिए जनपद में इस कदर मारामारी मची है कि मेडिकल स्टोरों पर इसकी किल्लत हो गई है। नतीजतन दोगुना से अधिक दाम पर आक्सीमीटर की कालाबाजारी की जा रही है। ऐसे में मरीज सांस थमने की वजह से मौत का शिकार हो रहे हैं।

जनपद में कोरोना संक्रमण के अलावा वायरल फीवर ने भी दस्तक दे दी है। हर दिन हजारों लोगों की अस्पताल में कोविड की जांच कराई जा रही है। कई की संख्या में लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। ऐसे मरीजों को क्वारंटाइन कर इलाज करने के लिए स्वास्थ्य महकमा ने जिला महिला अस्पताल में कोविड वार्ड बना रखा है। कोरोना से पीड़ित जिन मरीजों की हालत गंभीर होती है उन्हें तो वार्ड में भर्ती कर लिया जाता है, लेकिन जिनमें कोरोना के लक्षण पाए गए हैं और उसे दवा से कंट्रोल किया जा सकता है, उन्हें घर के एक कमरे में आइसोलेट रहने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं, होम आइसोलेट के साथ चिकित्सक मरीज व उसके परिवार के लोगों को इस बात की भी सलाह देते हैं कि आक्सीमीटर घर पर खरीद कर रख लें और समय-समय पर पल्स की जांच करते रहें। गौर करने वाली बात यह है कि कोविड के मरीजों में बुखार के साथ जुकाम व सांस फूलने के भी लक्षण मिल रहें हैं। ऐसे में आक्सीमीटर घर पर रखना मजबूरी बन गया है। इसका फायदा जिले के मेडिकल स्टोर संचालक उठा रहे हैं। चोरी-छिपे आक्सीमीटर की कालाबाजारी यह कहकर की जा रही है कि कंपनी में ही इस मीटर की कमी हो गई है। दो हजार से ढाई हजार वसूल रहे दाम

: नगर पालिका परिषद महराजगंज के निवासी रामआसरे, परतावल के कृष्णानंद, राहुल सिंह, सिसवा के अनुराग सिंह आदि का कहना है कि मेडिकल स्टोर पर आक्सीमीटर मांगने पर संचालक पहले तो इन्कार कर देते हैं। काफी प्रयास के बाद चुपके से आक्सीमीटर का दाम 12 सौ के बजाए दो हजार व ढाई हजार तक बताते हैं। बहरहाल कोविड संक्रमण के भयावह नतीजे में आक्सीमीटर की कालाबाजारी कोढ़ में खाज का काम कर रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसर इसे लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी एके श्रीवास्तव का कहना है कि आक्सीमीटर की कालाबाजारी हो रही है। इसकी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मामले की जांच कराकर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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