बिना पंजीकरण के संचालित अस्पताल सील

अस्पताल पर प्रसूताओं का हो रहा था शोषण शिकायत पर हुई कार्रवाई

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 12:56 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 12:56 AM (IST)
बिना पंजीकरण के संचालित अस्पताल सील
बिना पंजीकरण के संचालित अस्पताल सील

महराजगंज: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्ष्मीपुर के बगल में ही महीनों से बिना लाइसेंस चल रहे अवैध अस्पताल को गुरुवार को सील कर दिया गया है। वहीं संचालक के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। संचालित अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा कुछ आशा कर्मचारियों की मिलीभगत से सीएचसी पर प्रसव के लिए आई महिलाओं को बहला कर अस्पताल में ले जाकर धनादोहन किए जाने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिली थी। जिसके बाद कार्रवाई की गई। वहीं एक आशा से भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्ष्मीपुर के अधीक्षक डा. दिवाकर राय ने बताया कि लक्ष्मीपुर कस्बा में सिद्धिविनायक हास्पिटल के नाम से एक अस्पताल महीनों पहले से संचालित हो रहा था। अस्पताल संचालक से अस्पताल के पंजीकरण का अभिलेख मांगने पर वह हीलाहवाली करने लगा। वहीं बुधवार की रात में प्रसव के लिए सीएचसी पर आई एक महिला को एक आशा कर्मचारी व अस्पताल कर्मचारी द्वारा बहलाया जा रहा था। जिसके सीसीटीवी फुटेज पर अधीक्षक की नजर पड़ गई। जिसके बाद जनहित में वह जांच में जुट गए। जांच में न तो अस्पताल का पंजीकरण पाया गया न ही चिकित्सक की डिग्री उपलब्ध हो पाया। लिहाजा सीएचसी लक्ष्मीपुर के अधीक्षक डा. दिवाकर राय ने संबंधित अस्पताल को सीज कर दिया। वहीं अस्पताल संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। जबकि संलिप्त आशा से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। रक्तदान कर प्रसव पीड़िता की बचाई जान

महराजगंज: फरेंदा के निजी अस्पताल में भर्ती प्रसव पीड़ित महिला को दो यूनिट ब्लड की जरूरत संबंधित इंटरनेट मीडिया पर की गई अपील पर फरेंदा कस्बे के अविमुक्त पांडेय और ऋषि चौरसिया ने बुधवार को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में अपना ब्लड देकर मानवता की मिसाल कायम करते हुए जरूरतमंद असहाय प्रसूता की जान बचाई। फरेंदा कस्बे में स्थित स्टार हास्पिटल में एक असहाय प्रसूता मरीज भर्ती हुई। जिसे रक्त की आवश्यकता थी और महिला को रक्त देने वाला उसका कोई सगा संबंधी नहीं था। ऐसे में हास्पिटल की प्रबंधक नीना अरुण चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उस महिला के लिए रक्तदान की अपील की। सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों युवक फरेंदा स्टार हास्पिटल पर पहुंचकर महिला से मिलकर उसकी जान बचाने के लिए रक्तदान का निर्णय लेते हुए जिला अस्पताल जाकर रक्तदान किया। अविमुक्त पांडे ने कहा कि जीवन बचाने के लिए रक्तदान का यह सफर आगे भी जारी रहेगा।

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