एमआरएफ सेंटर के निर्माण को मिली हरी झंडी
निर्माण के शुरुआती क्रम में 33.67 लाख की लागत से दो कमरे व टीनशेड का निर्माण शुरू किया जाएगा। इसके उपरांत एमआरएफ सेंटर की चाहरदीवारी का निर्माण भी प्रस्तावित किया गया है। जिससे की सेंटर से फैलने वाली दुर्गंध दूर तक न जाए।
महराजगंज: नौतनवा कस्बे के कूड़े-कचरे को निस्तारित करने व उस कूड़े-कचरे से नगर पालिका परिषद के राजस्व अर्जन की योजना को हरी झंडी मिल गई है। एक सप्ताह बाद एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी) सेंटर का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके लिए डंडा नदी पुल के पश्चिम हरदीडाली ग्राम सभा क्षेत्र में 75 लाख की लागत से 1.98 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पहले ही हो चुका है।
अब इस पर निर्माण के शुरुआती क्रम में 33.67 लाख की लागत से दो कमरे व टीनशेड का निर्माण शुरू किया जाएगा। इसके उपरांत एमआरएफ सेंटर की चाहरदीवारी का निर्माण भी प्रस्तावित किया गया है। जिससे की सेंटर से फैलने वाली दुर्गंध दूर तक न जाए। क्या होता है एमआरएफ सेंटर
एमआरएफ सेंटर आबादी क्षेत्र से कम से कम 500 मीटर की दूरी पर बनाया जाता है। इसमें आने वाले कूडे-कचरे में से पहले गीले कूडे (सब्जी, फल, छिलके, पत्ते व सड़क पर फेके गए भोजन आदि के अपशिष्ट जो कि डी-कंपोज होते हो) व सूखे कूडे़ (प्लास्टिक व पालीथीन आदि जो कि आसानी से डी-कंपोज न हो) की छंटनी होती है। गीले कूडे़ को जमीन में दबा कर खाद बनाया जाता है। जबकि सूखे कूड़े में से प्लास्टिक या अन्य बिक्री लायक चीजों को अलग-अलग किया जाता है। ''एमआरएफ सेंटर काफी दिन से प्रस्तावित था। जिसके निर्माण शुरू करने की सभी औपचारिकता पूरी कर निर्माण की संस्तुति दे दी गई है। सप्ताह भर के भीतर डंडा नदी के पास ली गई 1.98 एकड़ भूमि में निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। इसे बनने में करीब 10 से 11 माह लग सकते हैं।
-वीरेंद्र कुमार राव, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका, नौतनवा