वन्यजीवों की सुरक्षा से हो रहा खिलवाड़

बेरोकटोक आवाजाही से असुरक्षित महसूस कर रहे वन्यजीव

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 12:11 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 12:11 AM (IST)
वन्यजीवों की सुरक्षा से हो रहा खिलवाड़
वन्यजीवों की सुरक्षा से हो रहा खिलवाड़

महराजगंज : सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग के जंगल में प्रतिबंध के बावजूद लोगों की बढ़ती आवाजाही से वन्यजीव असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अब तक बहुत से जानवरों की मुश्किल हालात में असमय मौत भी हो चुकी है। फिर भी इसका सही आंकड़ा वन विभाग के पास मौजूद नहीं है। मधवलिया रेंज के गनेशपुर व मनिकापुर बीट व चौक उत्तरी रेंज के घोड़हवा बीट के जंगल में मौजूद वन्यजीव स्वछंद विचरण नहीं कर पा रहे हैं। जंगल में हर जगह लोगों की मौजूदगी से हिरण, सूअर, नीलगाय, बंदर जैसे जानवरों को सुरक्षित माहौल नहीं मिल पा रहा है। वे जंगल के शांत वातावरण में लोगों की बढ़ती दखल से भयभीत होकर बाहर निकल आ रहे हैं, जहां से जंगल में वापस लौटना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। इससे कई बार वह मौत के शिकार होते जा रहे हैं। फिर भी वन चौकियों पर तैनात वाचर व फारेस्ट गार्डो के गश्त न करने से वन माफियाओं व शिकारियों के हौसले बुलंद हैं। यही वे लोग हैं जो जंगल में घूमने के बहाने मौका देख वन्यजीवों को आसानी से शिकार बना लेते हैं। जंगल में वन्यजीव पूरी तरह सुरक्षित हैं। सुरक्षा के लिए विभाग गंभीर है। चोरी छिपे जंगल में प्रवेश करने वालों को पकड़े जाने पर कार्रवाई भी की जाती है।

पुष्प कुमार के

डीएफओ, पगडंडी रास्तों से सरहद पार भेजे जा रहे पशु

महराजगंज: क्षेत्र में गोवंश का धीरे- धीरे सफाया करने के बाद भी पशु तस्करों के पैसा कमाने की लत शांत नहीं हो रही है। बेखौफ तस्कर बाहर के पशु बाजारों से लाए गए दुधारु भैंसों व गायों को सीमावर्ती गांवों के रास्ते नेपाल की सीमा में पहुंचाकर अवैध कमाई कर रहे हैं। भारत-नेपाल सरहद पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी चौकसी के बाद भी पशु तस्करी का खेल बदस्तूर जारी है। क्षेत्र में सक्रिय पशु तस्कर कोल्हुई व गोरखपुर के समीप लगने वाले पशु बाजारों से पिकअप वाहनों में भरकर लाए गए भैंसों व गायों को कोल्हुई, पुरंदरपुर, नौतनवा थानाक्षेत्रों की सीमा को पार करते हुए परसामलिक थाने की सीमा में पहुंचा दे रहे हैं। फिर वहां से पशुओं को विभिन्न गांवों में सुरक्षित स्थानों पर उतार दिया जा रहा है। जहां से गिरोह के सदस्य घने कोहरे की आड़ में उन्हें चराते हुए पगडंडी रास्तों से नेपाल की सीमा में पहुंचा दे रहे हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय सिंह चौहान का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। क्षेत्र में अवैध कारोबार पर नजर रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।

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