विकास कार्यो में अनियमितता की जांच को लेकर किया आमरण अनशन

मनरेगा योजना के तहत मिट्टी व पक्का निर्माण प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की कायाकल्प कई स्थानों पर इंटरलाकिग सड़क व नाली गायब अंत्येष्टि स्थल स्ट्रीट लाइट के नाम पर धांधली की गई है। जिसकी जांच के लिए उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई थी लेकिन अब तक कोई भी जिम्मेदार जांच करने नहीं पहुंचा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 01:56 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 01:56 AM (IST)
विकास कार्यो में अनियमितता की जांच को लेकर किया आमरण अनशन
विकास कार्यो में अनियमितता की जांच को लेकर किया आमरण अनशन

महराजगंज: नौतनवा तहसील परिसर में मंगलवार को आराजी सरकार उर्फ बैरिहवा गांव निवासी रुद्रदेव मणि त्रिपाठी पूर्व प्रधान के खिलाफ विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए अनशन पर बैठ गए। उनके समर्थन में दर्जनों की संख्या में महिला व पुरुषों ने भी मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है । इसकी सूचना मिलते ही तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर राजेश कुमार पांडेय, एडीओ पंचायत राधेश्याम मौके पर पहुंचकर कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए अनशन समाप्त करने की हिदायत दी और एक सप्ताह की मोहलत मांगी। लेकिन पीड़ित लिखित आदेश पर अड़े रहे और मांगें पूरी होने तक अनशन जारी रखने की चेतावनी दी है।

आरोप है कि वर्ष 2016 से 21 तक पूर्व प्रधान ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 224 में करीब 20 का ही शौचालय पूर्ण दिखाई दे रहा है। मनरेगा योजना के तहत मिट्टी व पक्का निर्माण, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की कायाकल्प, कई स्थानों पर इंटरलाकिग सड़क व नाली गायब, अंत्येष्टि स्थल, स्ट्रीट लाइट के नाम पर धांधली की गई है। जिसकी जांच के लिए उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक कोई भी जिम्मेदार जांच करने नहीं पहुंचा। उदयभान मिश्र, विशुनदेव यादव, कोमल मौर्य, महेंद्र मिश्र, सदावृक्ष , गोरखनाथ, सुभावती, कपूरी, मालती, चन्दावती, मीरा, मोनिका आदि उपस्थित रहीं।

प्रशिक्षित हुई सोशल आडिट टीम

महराजगंज: मिठौरा बाजार ब्लाक सभागार में मंगलवार को सोशल आडिट टीम का एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ, जिसमें खंड विकास अधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कराए गए सभी कार्यों व प्रधानमंत्री आवास का स्थलीय सत्यापन करें। कार्य की जानकारी लेने के लिए सोशल आडिट कराया जाता है। इसलिए स्थलीय सत्यापन के उपरांत बैठक कर मनरेगा मजदूरों से संवाद स्थापित कर ही प्रपत्र में जानकारी भरें। अभिलेखों का पूर्ण और अपूर्ण होना जरूर देखें। ग्रामीणों से कार्य की जानकारी अवश्य लें कि कार्य हुआ है कि नहीं। आडिट का मुख्य उद्देश्य समाज के लोगों को मनरेगा योजना के प्रति जागरूक करना है। ब्लाक आडिटर राजू कुमार ने सोशल आडिट के अन्य पहलुओं से टीम को अवगत कराया। राजकुमार गुप्ता, अवनीश कुमार, घनश्याम, नंदगोपाल, रामेश्वर, तारा देवी, किरन देवी, इंदू बाला चौधरी, चंद्रभान पांडेय, दीनानाथ यादव, राजेश कुमार, राकेश कुमार, उत्री आदि मौजूद रहे।

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