पराली को खाद के रूप में परिवर्तित करें किसान: डीएम

गोष्ठी में बसुली फार्म के वैज्ञानिक डा. बीपी सिंह व त्रिवेणी तिवारी द्वारा फसलों के अवशेष प्रबंधन मृदा प्रदूषण से होने वाले नुकसान और मानव जीवन को प्रभावित करने के विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 02:56 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 02:56 AM (IST)
पराली को खाद के रूप में परिवर्तित करें किसान: डीएम
पराली को खाद के रूप में परिवर्तित करें किसान: डीएम

महराजगंज: जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित लक्ष्मी लान में जिला स्तरीय कृषक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कृषि जागरूकता, वैज्ञानिक खेती समेत पराली प्रबंधन पर विचार किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि किसान, पराली न जलाएं, बल्कि उसे खाद के रूप में परिवर्तित कर उपयोग करें। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम किसानों को पराली न जलाने की शपथ दिलायी गयी। किसानों को पराली न जलाने, कृषि यंत्रों के उपयोग, वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव हेतु वैक्सीनेशन तथा पशु पालन, मत्स्यपालन व मुर्गी पालन से पौष्टिक आहार व आर्थिक उत्थान पर जानकारी दी।

पराली प्रबंधन पर विशेष आग्रह करते हुए कहा कि उस पराली का बेलर बनाएं, जिसको कंपनियां खरीदने में रुचि रखती हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए हार्वेस्टर मालिकों को मैनेजमेंट सिस्टम, रीपर अथवा बेलर लगाने का निर्देश दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि प्रति वर्ष पराली जलाने में कमी आ रही है, और किसान जागरूक भी हैं।

गोष्ठी में बसुली फार्म के वैज्ञानिक डा. बीपी सिंह व त्रिवेणी तिवारी द्वारा फसलों के अवशेष प्रबंधन, मृदा प्रदूषण से होने वाले नुकसान और मानव जीवन को प्रभावित करने के विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई । उप कृषि प्रसार निदेशक डा. राजेश कुमार द्वारा दलहन, तिलहन सहित नकदी खेती पर अपना विचार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम को जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अखिलेश सिंह ने भी संबोधित किया। इस दौरान कृषि संबंधित विभागों द्वारा रेशम विकास, गन्ना, मत्स्य, खाद्य रसद, किसान एग्रो, इफको, उद्यान, कोआपरेटिव, पंचायती राज व एके ट्रेडर्स सहित दुर्गा टैक्टर्स आदि की लगाई गई प्रदर्शनी का भी डीएम ने निरीक्षण कर किसानों को मशीनों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला कृषि अधिकारी विरेन्द्र कुमार, कृषि रक्षा अधिकारी हिमाचल सोनकर, गन्ना अधिकारी जगदीश चंद यादव, किसान विजय कुमार मिश्र, विरेंद्र चौरसिया, वालेदीन, जनार्दन पटेल, अभय पांडेय, विधिनारायन आदि मौजूद रहे।

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