यहां भी पुकार रही गोमाता कब आओगे कन्हैया
गो सदन मधवलिया में धांधली उजागर होने के बाद जिले के कान्हा पशु आश्रय केंद्र भी चर्चा में आ गए हैं। जिले में 18 पशु आश्रय केंद्रों की स्थित भी लगभग गो सदन के जैसी ही है। इन केंद्रों पर पानी व चारे की व्यवस्था तक नहीं हो पा रही है ।
महराजगंज: गो सदन मधवलिया में धांधली उजागर होने के बाद जिले के कान्हा पशु आश्रय केंद्र भी चर्चा में आ गए हैं। जिले में 18 पशु आश्रय केंद्रों की स्थित भी लगभग गो सदन के जैसी ही है। इन केंद्रों पर पानी व चारे की व्यवस्था तक नहीं हो पा रही है । शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी खामोशी की चादर ओढ़ लेते हैं। घुघली संवाददाता के अनुसार, नगर पंचायत घुघली में भी कान्हा पशु आश्रय केंद्र खोला गया। इस केंद्र पर पशुओं के लिए चारा-पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई है। वहां तैनात दो कर्मचारी गेट पर ताला बंद कर गायब रहते हैं। भूख प्यास से तड़प रहे पशुओं के बीमार होने पर डाक्टर तक नहीं मिलते। पशुओं की देखभाल और उनका इलाज खानापूर्ति तक रह गया है। घुघली के अधिशासी अधिकारी डा. लव कुमार मिश्र के पास आश्रय केंद्र में रखे गए पशुओं के संख्या के बारे में जानकारी तक नहीं है। अप्रैल 2019 में बने पशु आश्रय केन्द्र की फर्श टूट गई है। इसी तरह निचलौल नगर पंचायत व हरदी ताल, बड़हरामीर में बने कान्हा गो सदन केंद्रों का हाल भी काफी खराब है।