संक्रमण से न हों निराश, डटकर करें मुकाबला
इस संक्रमण से लड़कर न सिर्फ इस पर जीत पाई है बल्कि अब लोगों को संक्रमण से बचाव के उपाय बता रहे हैं।
महराजगंज: कोरोना संक्रमण को लेकर निराश और हताश होने की जरूरत नहीं, बल्कि हिम्मत और हौंसले से काम लेने की जरूरत है। यह कहना है कोरोना से जंग जीत चुके उन लोगों का, जिन्होंने इस संक्रमण से लड़कर न सिर्फ इस पर जीत पाई है, बल्कि अब लोगों को संक्रमण से बचाव के उपाय बता रहे हैं। पिछले महीने 15 अप्रैल को मुझको भी संक्रमण हो गया था। जांच में रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद पूरा परिवार भयभीत था। लेकिन मैंने धैर्य से कार्य लिया, इसके बाद सरकार व स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन अनुसार घर पर ही 14 दिन तक आइसोलेट रहा और नियमित दवा के सेवन मात्र से बेहतर रिस्पांस मिला। 14 दिन होम आइसोलेट रहने के बाद फिर से टेस्ट कराया और उसमें रिपोर्ट निगेटिव आई। उसके बाद से लगातार सरकार की गाइडलाइन का पालन कर न सिर्फ अपना व परिवार का ध्यान रख रहा हूं बल्कि अन्य कार्य भी कर रहा हूं।
उदयप्रताप सिंह कोरोना संक्रमण को लेकर अगस्त महीना 2020 में मुझे संक्रमण हो गया था। इसके बाद मैंने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए अपने आप को घर में आइसोलेट कर लिया। 14 दिनों के बाद पुन: जांच कराने पर मेरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पूरे परिवार में खुशी छा गई। इन सबमें यह ध्यान देने की जरूरत है कि संक्रमण होने के बाद धैर्य कभी मत खोएं। अब मैं खुद अन्य लोगों को भी कोविड प्रोटोकाल के बारे में बताने और उन्हें सतर्क रहने का सलाह देता हूं। सभी को सदैव मास्क व अन्य सावधानियां बरतने के लिए भी जागरूक करता हूं।
अंकित मिश्र, संचालक भारतीय जनऔषधि केंद्र