धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस धूमधाम से मनाया

संस्था के संस्थापक सुनील कुमार गौतम ने कहा कि आषाढ़ पूर्णिमा में गुरु पूर्णिमा को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बोधिसत्व राजकुमार सिद्धार्थ ने 29 वर्ष की आयु में अपना गृह त्याग किया था और सत्य की खोज में निकल पड़े थे। छह साल की कठिन तपस्या के बाद उनको वैशाख पूर्णिमा के दिन ज्ञान प्राप्त हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 10:33 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:04 AM (IST)
धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस धूमधाम से मनाया
धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस धूमधाम से मनाया

महराजगंज: डा.भीमराव आंबेडकर नव युवक समाज सुधार समिति नगर इकाई के तत्वावधान में रविवार को धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया। इस दौरान बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण व तथागत गौतम बुद्ध को पुष्प अर्पित किया गया।

संस्था के संस्थापक सुनील कुमार गौतम ने कहा कि आषाढ़ पूर्णिमा में गुरु पूर्णिमा को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बोधिसत्व राजकुमार सिद्धार्थ ने 29 वर्ष की आयु में अपना गृह त्याग किया था और सत्य की खोज में निकल पड़े थे। छह साल की कठिन तपस्या के बाद उनको वैशाख पूर्णिमा के दिन ज्ञान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में राजेंद्र प्रसाद ,विष्णु प्रसाद,अमित कुमार ,चंद्रभान प्रसाद,यशोदानन्द भारती, उमेश दिवाकर, मनोज कुमार, शैलेश भारती, रामनरायन गौतम ,दुर्गेश राव, अमरकांत भारती, कृष्णमोहन आदि मौजूद रहे।

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