घर में घुसा मगरमच्छ, ग्रामीणों ने पकड़ नदी में छोड़ा
मगरमच्छ को काबू में करते हुए ग्रामीणों ने उसे रस्सी में बांध दिया। रस्सी इस तरह से बांधी गई कि उसमें बांस फंसाकर नदी तट तक ले जाया जा सके। रात तक ग्रामीणों ने घर में मगरमच्छ को सुरक्षित रखा। सुबह ग्रामीण बांस के सहारे उसे लेकर रोहिन नदी के किनारे पहुंचे। फिर वहां पर रस्सी खोलकर उसे नदी में छोड़ दिया गया।
महराजगंज: जिस सोहगीबरवा जंगल से महराजगंज जिले की पहचान है, अब वही पहचान यहां के ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। बालक को मारकर व महिला को गंभीर रूप से घायल करने वाला तेंदुआ अभी पकड़ में आया नहीं कि सोमवार की देर रात क्षेत्र के रतनपुर गांव में एक मगरमच्छ के रमेश चंद्र मौर्या के घर में घुसने से ग्रामीण भयभीत हो गए। सूचना के बाद भी देर रात तक जब वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची तो वन्यजीव प्रेमी ग्रामीणों ने साहस व धैर्य का परिचय देते हुए उसे पकड़कर सुरक्षित नदी में छोड़ने का निर्णय लिया।
किसी तरह से रात में मगरमच्छ को काबू में करते हुए ग्रामीणों ने उसे रस्सी में बांध दिया। रस्सी इस तरह से बांधी गई कि उसमें बांस फंसाकर नदी तट तक ले जाया जा सके। रात तक ग्रामीणों ने घर में मगरमच्छ को सुरक्षित रखा। सुबह ग्रामीण बांस के सहारे उसे लेकर रोहिन नदी के किनारे पहुंचे। फिर वहां पर रस्सी खोलकर उसे नदी में छोड़ दिया गया। सुबह मगरमच्छ को ले जाते समय दो वनकर्मी मिले, लेकिन तब तक ग्रामीण नदी किनारे पहुंच चुके थे।
ग्रामीणों ने बताया कि रतनपुर गांव में ब्लाक संसाधन केंद्र के पीछे तालाब में एक मगरमच्छ काफी दिनों से रह रहा था। इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दी गई, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी मगरमच्छ पकड़ में नहीं आ सका था। सोमवार की रात तालाब से निकलकर मगरमच्छ आबादी के बीच पहुंच गया। डीएफओ पुष्प कुमार के. ने बताया कि वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया था। ग्रामीणों की सूचना पर रात में मगरमच्छ को रेस्क्यू करने वन विभाग की टीम क्यो नहीं पहुंची उसकी जांच कराई जाएगी।