सकारात्मक सोच से जीती कोरोना से जंग

भैंसी निवासी अवधेश वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोग काफी डरे हुए हैं। मुझे दर्द और सर्दी हुआ था। 29 अप्रैल को जांच कराया तो कोरोना पाजिटिव आया। घुघली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर दवा लेकर आए और सावधानी बरतने की सलाह दी। मैंने सावधानी बरती।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 11:30 PM (IST)
सकारात्मक सोच से जीती कोरोना से जंग
सकारात्मक सोच से जीती कोरोना से जंग

महराजगंज: कोरोना के प्रकोप को देखते हुए हर व्यक्ति डर के माहौल में जी रहा है। सबके मन में यही बात चल रही है कि कहीं कोरोना का शिकार मैं न हो जाऊं। सच्चाई यह है कि इस वायरस से हमें डरने की नहीं, बल्कि इससे लड़ने की आवश्यकता है। अगर हम सकारात्मक सोच और पूरी हिम्मत के साथ इसका मुकाबला करें तो यह डर हम पर हावी हो ही नहीं सकता, क्योंकि सकारात्मक सोच और मजबूत मन हर परेशानी की चाबी है।

भैंसी निवासी अवधेश वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोग काफी डरे हुए हैं। मुझे दर्द और सर्दी हुआ था। 29 अप्रैल को जांच कराया तो कोरोना पाजिटिव आया। घुघली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर दवा लेकर आए और सावधानी बरतने की सलाह दी। मैंने सावधानी बरती। घर में एक जगह अकेले आइसोलेट हुआ। दिन में तीन बार काढ़ा लेता था । फल,दूध, गिलोय का सेवन किया। जिससे इम्युनिटी सिस्टम मजबूत हुआ। 10 दिन के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया। कोविड नियमों का पालन कर डाक्टर की सलाह लेकर कोरोना को हराया जा सकता है।

धर्मपुर निवासी उमाशंकर जायसवाल ने बताया कि मुझे बुखार,खांसी,सर्दी हुआ तो कोरोना जांच कराया। 25 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव हुआ। घर में आइसोलेट हुआ। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाएं ली। हरी सब्जियां, दूध में हल्दी, काढ़ा,गर्म पानी पीया। सूखा मेवा खाकर हौसला बनाए रखा। हमेशा पाजिटिव सोचा कि मैं कोरोना को हरा दूंगा। स्वस्थ महसूस होने पर 14 दिनों बाद पुन: जांच कराया तो रिपोर्ट निगेटिव आई। रिपोर्ट निगेटिव आने पर परिवार के लोग खुश हो गए और मैंने कोरोना को हरा दिया।

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