निगरानी समिति के क्रियान्वयन से समाप्त होगा कोरोना

यूपीडीएफ जिले में बना रही हैं आक्सीमीटर बैंक सीए पंकज जायसवाल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:16 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 12:16 AM (IST)
निगरानी समिति के क्रियान्वयन से समाप्त होगा कोरोना
निगरानी समिति के क्रियान्वयन से समाप्त होगा कोरोना

महराजगंज: उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम (यूपीडीएफ) के तत्वावधान में निगरानी समिति, ट्रेस टेस्ट एवं ट्रीट योजना तथा कोरोना प्रबंधन विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया की कोरोना के शुरुआत से ही जिले में निगरानी समितियों का गठन किया जा चुका है, जिसमें मुख्य रूप से ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल, कोटेदार, आशा वर्कर, सफाई कर्मी और स्थानीय संभ्रांत लोगों को जोड़ कर एक कमेटी बनाई गई है, जिन्हें आक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध कराया गया है। इन कमेटी का काम गांव में प्रत्येक जरुरतमंदों की नियमित आक्सीजन पल्स और तापमान की जांच करना है और किसी संभावित को अगर कोरोना के लक्षण उभरे तो उन्हें तुरंन्त रैपिड रिस्पांस टीम से जोड़ना है, ताकि उनका तत्काल इलाज शुरू हो सके। सरकार की तरफ से मेडिकल किट के अतिरिक्त डाक्टर, लैब तकनीशियन और एक प्रशासनिक अधिकारी की विजिट और प्रति कोरोना ग्रसित व्यक्ति की निगरानी कराई जा रही है। निगरानी समिति के क्रियान्वयन से ही कोरोना समाप्त होगा। स्वीडन से जुड़े वैज्ञानिक डा. राम उपाध्याय ने बताया की निगरानी समिति और यूपीडीएफ के आक्सीमीटर बैंक के माध्यम से यदि ग्रामीण क्षेत्र में लोग नियमित आक्सीजन स्तर की जांच करते रहें और 95 से नीचे जाने पर सतर्क हो जाएं तो इसका सकारात्मक परिणाम नजर आएगा। कार्यक्रम के संयोजक एवं उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सीए पंकज जायसवाल ने कहा कि उपजिलाधिकारी, बीडीओ, एवं चेयरमैन को मिला एक टीम का गठन किया जाए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ही तर्ज पर प्रतिदिन बैठक कर फीडबैक और प्रगति रिपोर्ट ली जाए, ताकि निगरानी समिति को प्रभावी तरीके से क्रियाशील किया जा सके। उन्होंने बताया की फोरम की योजना है कि आक्सीमीटर बैंक की स्थापना से आक्सीजन की कमी को शुरु में ही पकड़ कर प्रारंभिक इलाज दे दिया जाए, ताकि लोगों को आक्सीजन या अस्पताल जाने की जरूरत ही ना पड़े।

यूपीडीएफ के जिलाध्यक्ष अमित अंजन ने बताया जिले के तीन कस्बों समेत 36 गांवों में आक्सीमीटर थर्मामीटर बैंक बनाया गया है। स्मार्ट गांव के संस्थापक रजनीश बाजपेयी ने कहा कि यूपीडीएफ और प्रशासन के साथ मिले स्मार्ट गांव की टीम एक स्मार्ट गांव बनाएगी। साथ ही यूपीडीएफ के साथ मिलकर जिले के 25 गांवों में आक्सीमीटर बैंक बनाने के लिए काम कर रही है। वेबिनार में जिले के नागरिकों के अलावा स्वयंसेवी संस्था ठूठीबारी विकास मंच, उम्मीद फाउंडेशन, अमेरिका से स्मार्टगांव फाउंडेशन संस्थाएं भी जुड़ी थी।

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