गठजोड़ के खेल में मरीजों से लूट की होड़

जिले में 52 प्राइवेट हास्पिटल अल्ट्रासाउंट पैथालाजिस्ट सेंटर आदि पंजीकृत हैं। लेकिन कुछ अस्पतालों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। कहीं बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल संचालित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 01:07 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:07 AM (IST)
गठजोड़ के खेल में मरीजों से लूट की होड़
गठजोड़ के खेल में मरीजों से लूट की होड़

महराजगंज: जिले में ट्रामा सेंटर तो नहीं है, लेकिन प्राइवेट अस्पतालों और बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अवैध अस्पतालों की भरमार है। इनके कमाई का जरिया कुछ एंबुलेंस चालक और आशा कार्यकर्ता भी हैं। यह मरीजों को बरगलाकर सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट अस्पतालों की राह दिखाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो इनके गठजोड़ में कुछ अस्पताल के कर्मचारी भी शामिल हैं।

जिले में 52 प्राइवेट हास्पिटल, अल्ट्रासाउंट, पैथालाजिस्ट सेंटर आदि पंजीकृत हैं। लेकिन कुछ अस्पतालों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। कहीं बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल संचालित हो रहा है, तो कुछ स्थानों पर हाई स्कूल व इंटर पास युवक सूई लगा रहे और एक्सरे कर रहे हैं और अनट्रेड महिलाएं प्रसव करा रहीं हैं। इनमें अधिकांश हास्पिटल के बीच की कड़ी की भूमिका आशा कार्यकर्ता और कुछ एंबुलेंस चालक निभाते हैं। सड़क दुर्घटना में घायल या प्रसव पीड़िता को ले जाते समय वह कमीशन के लालच में प्राइवेट अस्पताल का गुणगान कर तीमारदार को भ्रमित कर देते हैं। पर, जब मरीज इन अस्पतालों पर पहुंचते हैं और तुरंत भर्ती के नाम पर जब मोटी रकम जमा कराए जाने की बात कही जाती है, तो उनके पांव तले जमीन खिसक जाती है। फिर खुद को शोषण होने का शिकार होना महसूस होता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव निचलौल क्षेत्र में मनमानी करने पर तीन चालकों के विरुद्ध दो माह पूर्व कार्रवाई हुई थी है। इसके अलावा कई शिकायतों में अक्सर गवाह के मुकर जाने से शिकायत की पुष्टि नहीं हो पाती है, जिसके कारण दिक्कत होती है। अगर कोई लिखित शिकायत मिले तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जांच की जद में दो अस्पताल

महराजगंज: फरेंदा और घुघली में प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही सामने आई है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि तीन माह पूर्व माह फरेंदा के जीवनदायी हास्पिटल में रेडिएंट वार्मर में नवजात के झुलस जाने से मौत हो गई थी। इस मामले में हास्पिटल को सील कर संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी प्रकार घुघली क्षेत्र के राजश्री हास्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद सील कर उनके संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों अस्पतालों की जांच चल रही है। तीमारदारों का करते हैं ब्रेनवाश

महराजगंज: जिले में 108 नंबर की 32 एंबुलेंस चल रही है। इसके अलावा महिलाओं के लिए 102 नंबर की 28 एंबुलेंस चलाई जा रही है। जनपद मुख्यालय पर चार एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस है। इस प्रकार 12 ब्लाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिहाज से जिले में कुल 64 एंबुलेंस उपलब्ध है। जिनकी सेवाएं निश्शुल्क है। लेकिन एंबुलेंस चालक मरीज के साथ तीमारदार का ब्रेनवाश कर अच्छे इलाज का झांसा देकर प्राइवेट अस्पताल की ओर जाने को विवश करते हैं।

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