पारा लुढ़का, ठंड बरपा रही कहर, कांप रहे लोग
कोहरे के कारण सड़कों पर वाहन की लाइट जलाकर आते-जाते रहे राहगीर
महराजगंज: मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव जारी है। हवाओं के साथ ठंड कहर बरपा रही है। सुबह कोहरा, दोपहर में धूप और फिर शाम होते ही गलन से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। ठंड का सितम कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। ठंड चरम पर है और लोग कांप रहे हैं। शीतलहर और कोहरा के कारण पारा लुढ़क कर अधिकतम 23 डिग्री और न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
यूं तो शीतलहर और गलन के कारण पिछले पंद्रह दिनों से तराईवासी ठंड से जूझ रहे हैं। बाहर निकलने पर सरसराती हवाएं शरीर को भेद रहीं हैं और घर में बैठे तो खून जमा देने वाली ठंड व गलन से हाथ पैर सुन्न हो जा रहे हैं। लेकिन जिन्हें जरूरी काम है वह तो घर से निकल ही रहे हैं। मंगलवार को स्कूल, कालेज व सरकारी कार्यालयों में जाने-वाले लोग गर्म कपड़े से लदे नजर आए। लेकिन कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी रही। प्रत्येक राहगीर अपने वाहनों की लाइट जलाकर आते-जाते नजर आए। दोपहर बाद धूप निकलने पर कुछ देर के लिए मौसम सुहाना हुआ तो बच्चे घर के बाहर व छतों पर खेलते नजर आए, वहीं महिलाएं कपड़ों की सफाई कर उसे सुखाने में जुटी रहीं। लेकिन शाम होते ही फिर ठंड ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। लोग घरों में दुबक गए। अपने-अपने सामर्थ व सुविधा के अनुसार, ब्लोवर, रूम हीटर और अलाव के रूप में लकड़ी जलाकर हाथ-पैर की सेंकाई कर खुद को ठंड से बचाव करने में जुटे रहे।