हौसला और धैर्य से कोरोना को दी मात
कैचवर्ड -मैंने कोरोना को हराया जागरण संवाददाता नौतनवा कोरोना संक्रमण को लेकर हर व्
कैचवर्ड -मैंने कोरोना को हराया
जागरण संवाददाता, नौतनवा: कोरोना संक्रमण को लेकर हर व्यक्ति के मन में डर है। सभी के मन में यही बात रहती है कि कहीं वह भी कोरोना संक्रमित न हो जाए, लेकिन इस डरने की नहीं, बल्कि हौसला, संयम रख इसे हराने की जरूरत है।
व्यास शर्मा ने कहा कि मुझे 18 मई को शरीर में दर्द होने के साथ थकान महसूस हुयी। दवा खाया पर कोई सुधार नहीं हुआ। कोरोना की जांच कराई, तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। स्वजन चिंतित हो उठे, लेकिन संयम रखते हुए उन्हें समझाया। इस बीच तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन हिम्मत नहीं हारा। चिकित्सकों से परामर्श लेकर दवाएं व घरेलू नुस्खे आजमाया। एक सप्ताह बाद सेहत में सुधार होने लगा। आठ जून को जांचोपरांत रिपोर्ट निगेटिव आई तो राहत मिली। अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं।
विनोद कुमार गौतम ने कहा कि 16 अप्रैल को पंचायत चुनाव के प्रशिक्षण के बाद घर आया तो तबीयत बिगड़ गई। कोरोना जांच कराने पर रिपोर्ट पाजिटिव आई तो पत्नी व बच्चों ने हौसला बढ़ाया। एक कमरे में आइसोलेट हो गया। प्रतिदिन गर्म पानी से नहाया। स्वच्छता अपनाए रखा। इस बीच डाक्टरों द्वारा दी गई दवाओं का समय से सेवन करते रहा। गर्म पानी, काढ़ा, भाप का इस्तेमाल भी किया। व्यायाम भी करता रहा। 30 अप्रैल को रिपोर्ट पाजिटिव आई। शरीर स्वस्थ होने में डेढ़ माह लग गया। हौसला व धीरज बनाए रखने से आसानी से कोरोना को हराया जा सकता है।
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टीका ही कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय
भिटौली: कोरोना संक्रमण के दौर में उससे बचाव के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है, इसलिए टीका अवश्य लगवाएं।
केएन द्विवेदी ने कहा कि यह पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसे लगवाने में कोई जोखिम नहीं है। मैंने टीके की दोनों डोज लगवाई है। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। टीका लगवाते समय या बाद में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। मैं अब अन्य लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करता हूं। टीकाकरण ही कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ेगा, यह सभी को समझना होगा, तभी हम जंग जीत पाएंगे। टीका को लेकर किसी भी प्रकार के अफवाह से दूर रहें। बेफिक्र होकर टीका लगवाएं।
नंदन सिंह ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए कोविड का टीका कारगर है। अपनी बारी आने पर इसे अवश्य लगवाएं। इसे लगवाने को लेकर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं होना चाहिए। मैंने भी टीके का दोनों डोज लगवाया है। किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। गांवों में कैंप लगाए जा रहे हैं, टीका अवश्य लगवाएं। टीका लगवाने के बाद जोखिम न के बराबर है। आम लोग भी दूसरों को टीका लगवाने के लिए जागरूक करें।