राष्ट्रीय लोक अदालत में 10690 वादों का हुआ निस्तारण

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रयागदत्त शुक्ला ने बताया कि आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार की सुबह जनपद न्यायाधीश संदीप जैन द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगे सहायता पटल का निरीक्षण किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 02:22 AM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 02:22 AM (IST)
राष्ट्रीय लोक अदालत में 10690 वादों का हुआ निस्तारण
राष्ट्रीय लोक अदालत में 10690 वादों का हुआ निस्तारण

महराजगंज: राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को दीवानी न्यायालय महराजगंज, फरेंदा और कलक्ट्रेट परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग एवं जनपद के प्रशासनिक न्यायमूर्ति उमेश कुमार एवं जनपद न्यायाधीश संदीप जैन की देखरेख में आयोजित की गई। जहां कुल 10690 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें जिला एवं सत्र न्यायाधीश संदीप जैन द्वारा खुद दो वादों का निस्तारण किया गया। एक करोड़ 11 लाख 72 हजार रुपये क्षतिपूर्ति के रूप में वादकारियों को दिलवाया गया। तीन लाख 53 हजार 560 रुपये अर्थदंड वसूले गए। 35 लाख 33 हजार 248 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किया गया।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रयागदत्त शुक्ला ने बताया कि आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार की सुबह जनपद न्यायाधीश संदीप जैन द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगे सहायता पटल का निरीक्षण किया गया। समस्त राजस्व एवं चकबंदी न्यायालयों द्वारा कुल 8190 वादों का निस्तारण किया गया। बैंकों के कुल 1186 ऋण की वसूली से संबंधित मामलों का निस्तारण करते हुए एक करोड़, 34 लाख, 16 हजार 757 रुपये वसूल किए गए। जबकि बैंक प्रबंधन ने दो करोड़, 31 लाख, 56 हजार 590 रुपये ऋण धारकों को छूट भी दिया। इस तरह से कुल सात करोड़ दो लाख, 25 हजार 92 रुपये के लोन का सेटलमेंट किया गया। परिवार न्यायालय द्वारा कुल 18 परिवारिक मामलों जोड़ों का पुनर्मिलन कराया गया। जनपद न्यायाधीश संदीप जैन के साथ प्रधान न्यायाधीश संजय यादव, न्यायाधीश हरिनाथ पांडेय, न्यायाधीश महेश कुमार कुशवाहा आदि दीवानी न्यायालय के कर्मचारी अधिकारी मौजूद रहे।

स्वास्थ्यकर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार

महराजगंज: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धानी में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों ने शनिवार को राकेश मणि के नेतृत्व में सरकार की दोहरी स्थानांतरण नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्य बहिष्कार कर विरोध दर्ज कराया। राकेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि हमें पैरामेडिकल संवर्ग की विभागीय स्थानांतरण नीति नहीं चाहिए। जबरन तबादला नीति का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर नीति रद नहीं की गई तो प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर 12 जुलाई को लखनऊ स्थित महानिदेशक स्वास्थ्य कार्यलय का घेराव किया जाएगा। इसके बाद पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा। डा. नीरज सिंह, डा. हरिकेश कुमार, सत्यप्रकाश मिश्रा, दयानंद मणि त्रिपाठी, वेदप्रकाश अग्रहरि, माया प्रसाद, रामबेलास वर्मा एवं समस्त सीएचसी स्टाफ मौजूद रहे।

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