यूपी को अगले महीने मिलेगा जाइकोव-डी टीका, सुई की बजाए एप्लीकेटर से बिना दर्द लगेगी यह वैक्सीन

उत्तर प्रदेश को दिसंबर में जाइडस कैडिला की जाइकोव-डी वैक्सीन के करीब 12 लाख टीके दिए जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा टीके दिए जाने की हरी झंडी मिलने के बाद तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इस टीके को लगाए जाने से बिल्कुल भी दर्द नहीं होता।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 03:03 PM (IST)
यूपी को अगले महीने मिलेगा जाइकोव-डी टीका, सुई की बजाए एप्लीकेटर से बिना दर्द लगेगी यह वैक्सीन
उत्तर प्रदेश को दिसंबर में जाइडस कैडिला की जाइकोव-डी वैक्सीन के करीब 12 लाख टीके दिए जाएंगे।

लखनऊ [आशीष त्रिवेदी]। उत्तर प्रदेश के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीके का नया विकल्प मिलने जा रहा है। उत्तर प्रदेश को दिसंबर में जाइडस कैडिला की जाइकोव-डी वैक्सीन के करीब 12 लाख टीके दिए जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा टीके दिए जाने की हरी झंडी मिलने के बाद तैयारियां तेज कर दी गई हैं। बिना सुई के एप्लीकेटर द्वारा फार्माजेट तकनीक से इस टीके को लगाए जाने से बिल्कुल भी दर्द नहीं होता।

अहमदाबाद की कंपनी जायडस कैडिला की तीन खुराक वाली वैक्सीन जाइकोव-डी तीन खुराक वाली यह पहली स्वदेशी डीएनए आधारित वैक्सीन है। फिलहाल अभी यूपी में कोरोना से बचाव के लिए कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी के टीके लगाए जा रहे हैं। अब यह नया टीका भी लगाया जाएगा। जाइडस कैडिला की जाइकोव-डी वैक्सीन 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों व किशोरों को भी लगाई जा सकती है। ऐसे में बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

उत्तर प्रदेश में टीकाकरण अभियान से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक यह टीका 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है। अभी बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए दिशा-निर्देश केंद्र से मिलना बाकी हैं, लेकिन फिर भी यूपी में करीब 12 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के करीब पौने आठ करोड़ बच्चों व किशोरों के लिए वैक्सीन रखने का इंतजाम कर लिया गया है। फिलहाल जाइकोव-वी के करीब 12 लाख टीके रखने की व्यवस्था की जा रही है। यह वैक्सीन 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर तीन महीने तक आराम से रखी जा सकती है।

टीके की दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे 2.13 करोड़ लोग : यूपी में कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में 2.13 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने टीके की पहली डोज लगवाने के बाद तय समय-सीमा बीतने के बावजूद अभी तक दूसरी डोज नहीं लगवाई है। प्रदेश में अब तक 10.94 करोड़ लोगों ने टीके की पहली और इसमें से 4.73 करोड़ लोगों ने दोनों डोज लगवाई है। वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों की सूची तैयार कर ली गई है और अब गांव-गांव टीमें भेजी जा रही हैं।  राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अजय घई ने लोगों से अपील की है कि वह कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाकर अपना सुरक्षा चक्र मजबूत करें। कोवैक्सीन की पहली व दूसरी डोज के बीच चार हफ्ते की समय-सीमा और कोविशील्ड की 12 से 16 हफ्ते है। तय समय-सीमा के बाद दूसरी डोज न लगवाने वाले 2.13 करोड़ लोगों में से 1.10 करोड़ ऐसे हैं, जो काफी देरी कर चुके हैं। यह तय समय-सीमा के बाद भी लगभग एक महीने का समय गुजार चुके हैं। फिलहाल लोगों को आशा वर्कर के माध्यम से दस्तक अभियान चलाकर और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से फोन कर आमंत्रित किया जा रहा है।

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