जीशान ने कहा-कोरोना महामारी में क्रिकेट खेलने में कोई डर नहीं, रणजी ट्रॉफी के लिए कर रहा हूं कड़ी मेहनत
जीशान अंसारी का मानना है कि यह बस पेशेवर लोगों द्वारा निर्धारित किए गए दिशानिर्देशों का पालन करने के बारे में है। इससे डरने की बजाय आगामी टूर्नामेंट का आनंद लेने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश रणजी टीम के लेग स्पिनर जीशान अंसारी इन दिनों घर की बजाय शहर के एलडीए स्टेडियम में पसीना बहा रहे हैैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण से बातचीत में इस युवा गेंदबाज ने कहा कि उनको कोरोना महामारी के बीच क्रिकेट खेलने से डर बिल्कुल नहीं लगेगा। जीशान का मानना है कि यह बस पेशेवर लोगों द्वारा निर्धारित किए गए दिशानिर्देशों का पालन करने के बारे में है। इससे डरने की बजाय आगामी टूर्नामेंट का आनंद लेने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। उनका लक्ष्य जनवरी में शुरू हो रहे रणजी सत्र पर है। इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी कर रहे हैैं।
वह बताते हैैं, जिस दिन बीसीसीआइ ने जनवरी से घरेलू क्रिकेट शुरू करने का एलान किया मुझे बहुत खुशी हुई। ऐसा पहली बार हुआ है कि मैैंने सात महीने से कोई मैच नहीं खेला है। कोरोना की वजह से पूरी दुनिया रुक गई थी। हालांकि, पिछले सात महीनों में मैैंने अलग-अलग तरह की ट्रेनिंग की है, जिसका मुझे आने वाले टूर्नामेंट में फायदा भी मिलेगा। रणजी ने अभी तक पांच रणजी मुकाबले खेले हैैं जिसमें शानदार औसत की बदौलत 17 विकेट चटकाये हैैं। स्पिन गेंदबाजी के अलावा वह निचलेक्रम में अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैैं। इसके अलावा जीशान अंडर-19 विश्व कप में भी अपना दमखम दिखा चुके हैैं। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ भी लखनऊ के इस क्रिकेटर की जमकर तारीफ कर चुके हैैं।
एहतियात के साथ टूर्नामेंट खेलने में कोई डर नहीं
जीशान अंसारी का कहना है कि जब इंडियन प्रीमियर लीग जैसी दुनिया की सबसे बड़ी लीग का आयोजन किया जा सकता है तो रणजी इसके सामने बहुत छोटा टूर्नामेंट है। आइपीएल शुरू हुए एक महीना से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन इस दौरान एक भी क्रिकेटर कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, बीसीसीआइ ने भी यही सोचकर रणजी ट्रॉफी के आयोजन का फैसला किया है। मेरी तरह ही देश के कई ऐसे क्रिकेटर होंगे जिन्हें देश के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार है।