Good News: लखनऊ के गांवों में भी लाल बजरी ट्रैक पर दौड़ेंगे युवा एथलीट, इन ग्राम पंचायतों में बनेंगे मिनी स्टेडियम
टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन से खिलाड़ियों के साथ ही सरकार भी उत्साहित है। टोक्यो की सफलता को बरकरार रखने के लिए ग्राम पंचायत स्तर से युवा प्रतिभाओं को तराशने के लिए सुविधाओं को बेहतर और आधुनिक बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन से खिलाड़ियों के साथ ही सरकार भी उत्साहित है। टोक्यो की सफलता को बरकरार रखने के लिए ग्राम पंचायत स्तर से युवा प्रतिभाओं को तराशने के लिए सुविधाओं को बेहतर और आधुनिक बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। प्रशासन को उम्मीद है कि गांवों से खिलाड़ी निकलकर देश का नाम रोशन करेंगे। राजधानी की ग्रामीण इलाकों में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन उनको उस तरह की सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं जिनकी दरकार होती है। शहरों की तरह ही गांव में भी सुविधाओं का इजाफा करने के लिए राजधानी की दो दर्जन ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। यहां पर खेल सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।
सीडीओ एके पांडेय के मुताबिक मिसपिपरी, कुनौरा शाहपुर, महमूदनगर, कटौली, भसंडा, परसपुर, टड्डा, जबरौली, अघैया, नवीपनाह, पाराभदराही, धुबैला, रैथा और हसनापुर सहित दो दर्जन ग्राम पंचायतों में मिनी स्टेडियम तैयार होंगे। यहां पर पर दौड़ने के लिए लाल बजरी के ट्रैक तैयार होंगे। एथलीटों को ट्रैक पर अभ्यास करने से फायदा होगा। ट्रैक एंड फील्ड पर सबसे अधिक फोकस होगा। मिनी स्टेडियम में गोला फेंक, डिस्कस थ्रो और जैवलिन थ्रो के लिए भी युवाओं को अभ्यास कराया जाएगा। मिनी स्टेडियम में ओपन जिम भी बनाए जाएगा ताकि युवा अपने आप को फिट रख सकें। जिन ग्राम पंचायतों में बड़े मैदान उपलब्ध होंगे वहां पर फुटबाल के लिए गोल पोस्ट भी तैयार किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि मिनी स्टेडियम और खेल उपकरणों के लिए बजट की व्यवस्था कई तरीकों से की जाएगी। ग्राम पंचायतों में मनरेगा की मदद से काम होंगे और उपकरणों आदि की खरीद सीएसआर फंड की मदद ली जाएगी। इसके लिए निजी कंपनियों और कारपोरेट घरानों से मदद ली जाएगी। बता दें कि सरकार लगातार खेलों के विकास के लिए प्रयासरत है और जरूरी कदम भी उठा रही है।