Sugarcane Production in UP: किसानों को गन्ने का अच्छा भाव देगी योगी सरकार, बढ़े मूल्य के ऐलान की तैयारी

न्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि योगी सरकार के एजेंडे में किसान सर्वोच्च प्राथमिकता पर हैं। सरकार गन्ना किसानों को पिछले वर्षों का पाई-पाई चुकता कर चुकी है। इस साल भी गन्ना मूल्य का 84 प्रतिशत भुगतान हो चुका है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 01:15 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 01:45 PM (IST)
Sugarcane Production in UP: किसानों को गन्ने का अच्छा भाव देगी योगी सरकार, बढ़े मूल्य के ऐलान की तैयारी
गन्ना मंत्री ने कहा गन्ना मूल्य का 84 फीसद भुगतान कर चुकी है सरकार।

लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। गन्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि योगी सरकार के एजेंडे में किसान सर्वोच्च प्राथमिकता पर हैं। सरकार गन्ना किसानों को पिछले वर्षों का पाई-पाई चुकता कर चुकी है। इस साल भी गन्ना मूल्य का 84 प्रतिशत भुगतान हो चुका है, जो पिछले 15 वर्षों में रिकार्ड है। बचे हुए 16 फीसद का भुगतान पेराई सत्र शुरू होने से पहले कर दिया जाएगा। शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब राणा ने कहा कि सरकार किसानों को गन्ने का अच्छा भाव देगी। गन्ने का मूल्य बढ़ाने के सिलसिले में गन्ना आयुक्त और मुख्य सचिव के स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं। इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुछ गन्ना किसानों से संवाद भी हो चुका है। मुख्यमंत्री इस संदर्भ में कुछ और किसान संगठनों और प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे। सभी बिंदुओं का विश्लेषण कर सरकार किसानों को गन्ने का अच्छा मूल्य देगी। सरकार चीनी मिलें चालू होने से पहले गन्ने का मूल्य बढ़ाने की तैयारी कर रही है। अभी प्रदेश में गन्ने का मूल्य गुणवत्ता के अनुसार 310, 315 और 325 रुपये प्रति क्विंटल है।

राणा ने कहा कि योगी सरकार गन्ना किसानों के साथ खड़ी है। इसी का नतीजा है कि आज उप्र गन्ना के उत्पादन व उत्पादकता तथा चीनी व इथेनाल उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। पिछले चार वर्षों के दौरान प्रदेश में गन्ना बोआई का रकबा 20 लाख से बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हो चुका है। सरकार ने कोरोना महामारी में चीनी मिलों को चालू रखा, जिसका नतीजा है कि इस सत्र में 4289 लाख टन गन्ने की रिकार्ड पेराई हुई। उप्र में 2017 से पहले चीनी मिलों में इथेनाल नहीं बनता था, लेकिन अब 99 करोड़ लीटर उत्पादन हो रहा है। अब छोटे किसानों तक गन्ना पर्ची सीधे पहुंच जाती है। प्रदेश में 275 खांडसारी इकाइयां लगीं। योगी सरकार की नीतियों की वजह से प्रदेश में गन्ना क्षेत्र में 35 हजार रोजगार सृजित हुए।

यूपीए सरकार में सर्वाधिक किसानों ने की आत्महत्या: कांग्रेस की ओर से प्रदेश में गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए लगातार की जा रही मांग के सवाल पर राणा ने कहा कि सर्वाधिक किसानों ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में आत्महत्या की है। जिनका खेती से कोई वास्ता नहीं, वह किसानों के हमदर्द बन रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि आलू डालकर सोना पैदा करने वाले किसानों के मुद्दे पर क्या बात करेंगे।

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