श्रमिक कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुटी योगी सरकार, अब तक 14.75 लाख की स्किल मैपिंग

लॉकडाउन से प्रभावित प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुट गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 01:03 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 08:07 AM (IST)
श्रमिक कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुटी योगी सरकार, अब तक 14.75 लाख की स्किल मैपिंग
श्रमिक कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुटी योगी सरकार, अब तक 14.75 लाख की स्किल मैपिंग

लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन से प्रभावित प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुट गई है। श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार उनकी स्किल मैपिंग कर पहली सूची तैयार कर ली है। अब तक 14.75 लाख प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। अब तक 24 लाख से अधिक लोगों ने यूपी का रुख किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का उदेश्य है कि हर हाथ को काम मिले, इसके लिए हमारा प्रयास जारी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि जो कामगार अब तक दूसरे राज्यों की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे थे, वे अब दक्ष मानव संसाधन के रूप में प्रदेश के विकास में भागीदार बनें। सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के साथ उप्र देश का सबसे बड़ा बाजार है और सर्वाधिक मानव संसाधन वाला प्रदेश भी है। सरकार का इरादा इन मजदूरों की स्किल मैपिंग कराकर उन्हें उनके हुनर के अनुरूप रोजगार दिलाना है जिससे कि उप्र एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पा सके।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन व कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार मुहैया कराने की योजना पर चर्चा की है। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि दूसरे प्रदेश से आने वाले सभी श्रमिकों और कामगारों की स्किल मैपिंग करवाकर उनके स्किल के अनुसार उन्हें अप्रेंटिस भी कराया जाए। इस दौरान उन्हें मानदेय भी देने का निर्देश सीएम योगी ने दिया। हर जिले में श्रम व सेवायोजन कार्यालय में श्रमिकों व कामगारों का डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है। उन्होंने बताया कि सभी श्रमिकों व कामगारों का बीमा कवर भी किया जाएगा। कामगारों व श्रमिकों को सोशल सिक्योरिटी की गारंटी पर ही अन्य राज्यों को आवश्यकतानुसार मैन पावर उपलब्ध कराया जाएगा। दूसरे राज्यों से आने वाले सभी श्रमिकों और कामगारों के लिए आवासीय व्यवस्था भी की जाएगी।

अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि स्किल मैंपिंग की पहली लिस्ट में ही ऑटो मोबाइल व कार और बाइक रिपेयर से संबंधित 1527 श्रमिक आए हैं। इसी प्रकार 16 हजार 262 कॉरपेंटर, 9006 ड्राइवर, 1 लाख 52 हजार रियल स्टेट से संबंधित श्रमिक, 306 डाटा इंट्री ऑपरेटर, 4980 इलेक्ट्रीशियन, फर्नीचर फिटिंग में हुनरमंद 2234 श्रमिक, गारमेंट व टेलरिंग 12 हजार 103, 26 हजार पेंटर, हेंडी क्राफ्ट से संबंधित 1294 कारीगर, 424 नर्स, 202 संगीत शिक्षक और 3364 सिक्योरिटी गार्ड आए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को टीम 11 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कामगारों व श्रमिकों की सुरक्षित वापसी, रोजगार उपलब्ध कराने, और माइग्रेशन कमीशन के गठन पर विस्तार से समीक्षा की।

24 लाख प्रवासी श्रमिकों और कामगारों अब तक यूपी में आ चुके हैं। योगी सरकार इन सभी कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने की तैयारी कर रही है। अब कामगार/ श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के जरिए उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आए कामगारों व श्रमिकों को रोजगार दिलाने की योजना बनाई गई है। सरकार का कहना है कि वह अपने कामगारों व श्रमिकों के साथ हर मौके पर खड़ी रहेगी। उनको सोशल सिक्योरिटी की गारंटी पर ही अन्य राज्यों को आवश्यकतानुसार मैन पावर उपलब्ध कराया जाएगा। हर प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को बीमा की सुरक्षा के साथ आवासीय व्यवस्था भी की जाएगी।

अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार 2 बजे तक यूपी में 1174 ट्रेन आ गई हैं। जिनमें 15 लाख 62 हजार लोग आए हैं। उन्होंने बताया कि दो से तीन दिनों के अंदर 102 ट्रेने आने वाली हैं। इसके अतिरिक्त भी ट्रेनों के आने की अनुमति दी गई है। इस प्रकार 1361 ट्रेनों की व्यवस्था कर दी गई है। 1361 ट्रेनों के माध्यम से 18 लाख लोगों के आने की व्यवस्था कर ली गई है। 

अब तक 14.75 लाख की स्किल मैपिंग स्किल मैपिंग में सबसे बड़ी 1,51, 492 तादाद रीयल स्टेट डेवलपर व कामगारों की है। फर्नीचर एवं फीटिंग के 26,989 टेक्नीशियन बिल्डिंग डेकोरेटर 26,041 होम केयरटेकर 12,633 ड्राइवर 10,000 आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के 4,680 टेक्नीशियन होम एप्लांयस 5,884 टेक्नीशियन आटोमोबाइल टेक्नीशियन 1,558 पैरामेडिकल 596 ड्रेस मेकर 12,103 ब्यूटीशियन 1,274 हैंडिक्राफ्ट एंड कारपेट्स मेकर 1,294 सिक्योरिटी गार्ड 3,364

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