World Heart Day 2020: दिल मजबूत तो कोरोना से होगा मजबूती से मुकाबला, इन बातों का रखें ध्यान
World Heart Day 2020 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें कॉरोनरी हार्ट डिजीज या हाइपरटेंशन है उन्हें कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका ज्यादा है। इसलिए दिल का रखें खास ख्याल। दिल को मजबूत करने के लिए करें दिल का इस्तेमाल।
लखनऊ, जेएनएन। World Heart Day 2020: दिल आप का मजबूत है तो आप का कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। कोरोना का संक्रमण हो बी गया तो आप वायरस पर जीत हासिल कर लेंगे लेकिन यदि दिल मजबूत नहीं है तो कोरोना आप की जिंदगी पर भारी पड़ सकता है। इसी लिए विश्व हृदय दिवस( 29 सितंबर) पर वर्ड हार्ट फाउडेंशन ने इस साल का थीम दिया है ...'यूज हर्ट टू बीट कार्डियोवेस्कुलर डिजीज' यानि दिल की बीमारी से बचने के लिए दिल इस्तेमाल करें। संजय गांधी पीजीआइ के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो.सुदीप कुमार कहते है कि दिल का इतना इस्तेमाल करें दिल की तेजी से धड़के। रक्त वाहिका में रक्त का प्रवाह तेजी से हो जिससे रक्त वाहिकाओं में रूकावट की आशंका कम हो। विशेषज्ञ कहते है कि 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें कॉरोनरी हार्ट डिजीज या हाइपरटेंशन है उन्हें कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका ज्यादा है। ऐसे मरीज जिनके हृदय की स्थिति कमजोर है जैसे हार्ट फेलियर या एरिथमिया उनमें वायरल संक्रमण के लक्षण सामने आने की आशंका ज्यादा रहती है। दूसरे लोगों के मुकाबले ऐसे लोगों को संक्रमण होगा तो ज्यादा गंभीर भी होता है। इस लिए दिल को ठीक रखना बहुत जरूरी है।
ऐसे करें दिल को मजबूत
शरीर का वजन नियंत्रण में है तो इससे कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। ग्लूकोज और ब्लडप्रेशर का स्तर ठीक रखता है। टीन, पूरा अनाज और ताजा फल खाएं। इंस्टेंट का लेबल लगा हुआ या पैक्ड फूड, बोतलबंद ड्रिंक्स, जंक फूड और नमकीन से भी दूर रहें।
थोड़ा पसीना बहाएं : हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट सामान्य व्यायाम करना चाहिए। हृदय रोग के खतरे को बढ़ाने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले तीन कारकों- ब्लडप्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए तेज चलना भी दौड़ने के जितना ही अच्छा होता है।
धूम्रपान न करें: धूम्रपान करने वालों में धूम्रपान न करने वालों की अपेक्षा हृदय रोग होने का तीन गुना खतरा होता है। स्मोकर्स के ग्रुप में रहते हैं, तो हृदय रोग होने की संभावना 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है.
अपनी फैमिली ट्री के बारे में जानें : वर्ल्ड हार्ट फ़ेडेरेशन का कहना है कि अगर फ़र्स्ट डिग्री मेल रिलेटिव (पिता या भाई) में से किसी को 65 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक आया है या फिर आपके फ़र्स्ट डिग्री फ़ीमेल रिलेटिव में से किसी को 55 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक आया है, तो आपको हृदय रोग होने का खतरा बहुत अधिक होता है। माता-पिता 55 साल से कम उम्र में हृदय रोग से प्रभावित रहे हैं, तो आपको दिल की बीमारियाँ होने की आशंका दूसरे लोगों से 50 प्रतिशत ज्यादा होती है।
तनाव कम करें : तनाव सीधे तौर पर हार्ट अटैक का कारण नहीं बनता है. लेकिन अचानक अत्यधिक तनाव कभी-कभी कार्डियोमियोपैथी (ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम) का कारण बन सकता है, जो हार्ट अटैक के बहुत करीब होता है। तनाव को कम करें तथा सीधे तौर पर हार्ट अटैक का कारण बनने वाले ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें.
जानें अपनी सेहत का हाल : अपने लिपिड प्रो फाइल, ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर लेवल की जांच कराते रहें. अपने फिजिकल चेकअप के माध्यम से आप यह जान सकते हैं कि कहीं आप हृदय संबंधी रोग की ओर तो नहीं बढ़ रहे।