Weather in UP: यूपी में जून में भी ठंड का अहसास, बादलों से घिरे आसमान से रिमझिम बारिश

Weather in UP बारिश की हल्की फुहारें लोगों को भिगो रही हैं। प्रदेश में आज बादलों की आवाजाही के बीच में कुछ जगह पर कुछ जगह अच्छी बारिश की संभावना भी बनी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 10:21 AM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 12:50 PM (IST)
Weather in UP: यूपी में जून में भी ठंड का अहसास, बादलों से घिरे आसमान से रिमझिम बारिश
Weather in UP: यूपी में जून में भी ठंड का अहसास, बादलों से घिरे आसमान से रिमझिम बारिश

लखनऊ, जेएनएन। पश्चिम बंगाल के साथ ही मुम्बई, कर्नाटक व गुजरात के तटीय इलाकों में तूफान तथा भयंकर बारिश का असर उत्तर प्रदेश पर भी पड़ा है। गुरुवार देर रात से बादलों की आगोश में घिरे प्रदेश में लगातार रिमझिम बारिश से जून में भी ठंड के मौसम का अहसास हो रहा है। बारिश की हल्की फुहारें लोगों को भिगो रही हैं। प्रदेश में आज बादलों की आवाजाही के बीच में कुछ जगह पर कुछ जगह अच्छी बारिश की संभावना भी बनी है।

लखनऊ के साथ ही कानपुर तथा पास के कई जिलों में गुरुवार से मौसम काफी सुहावना बना हुआ है। कल रात से ही रिमझिम फुहारों के बीच आज सुबह भी कानपुर, फतेहपुर तथा पास के क्षेत्र में मानसून के पहले ही रिमझिम बारिश ने सबको प्रसन्न कर दिया है। लखनऊ में बीती रात हुई बारिश और दिन में रिमझिम से तापमान सामान्य के मुकाबले 10.5 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़क गया। लखनऊ के साथ ही सीतापुर, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई में भी बादल घिरे हैं।

लगातार दो दिनों से छाए बादल

मुरादाबाद में लगातार दो दिनों से छाए बादलों के चलते तापमान में कमी आयी है। दिन व रात दोनों का तापमान चार से पांच डिग्री कम हुआ है। गुरुवार को दिन का तापमान 33 तो न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा। मौसम विभाग की माने तो रविवार तक मौसम में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है। सोमवार से धूप निकल सकती है। दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे, बूंदाबांदी हो सकती है।

सीतापुर में गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहे। देर रात से मौसम का मिजाज बदल गया। रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश अब तक जारी है। इससे मौसम का मिजाज खुशनुमा हो गया है। लोगों को गर्मी से राहत मिली है।गुरुवार को अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बाराबंकी में सुबह से रूक-रूक कर हो रही रिमझिम बारिश से उमस से लोगों को निजात मिली। सुबह से ही बादल छाए रहे। मेंथा की फसल पेराई के लिए तैयार है, लेकिन बारिश के चलते मेंथा की पेराई ठप हो गई है। मेंथा पेराई में सूखे इंधन की जरूरत होती है। बारिश के चलते ईंधन नहीं सूख पा रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार आज भी पूरे प्रदेश में बादलों की आवाजाही के साथ कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ जगह अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। राजधानी में बादल फुहार बरसाएंगे। आज का यानी शुक्रवार का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। 

गोंडा में शुक्रवार की सुबह से ही आसमान पर काले बादल छाए हैं। ठंडी हवा चलने से मौसम सुहाना हो गया है। इससे लोगों की गर्मी से राहत मिली है। हरदोई में रात से ही हल्की बूंदाबांदी हो रही है। मौसम का मिजाज खुशनुमा है।

बरेली में बादल

बरेली में गुरुवार से बादल छाए हैं। रात को बूंदाबांदी हुई। सुबह भी दस बजे तक ऐसा मौसम रहा, बादल छाए रहे। अब हल्की धूप निकली है। मौसम विज्ञानी रविवार तक बादल व हल्की बारिश का पूर्वानुमान लगा रहे। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 23.3 व अधिकतम 32.3 डिग्री सेलियस था। शुक्रवार को अधिकतम 31 व न्यूनतम 23 डिग्री है।

चित्रकूट में लुढ़का पारा 19 मिमी बारिश,  जेठ में सावन की फुहारें

चित्रकूट में गुरुवार शाम से लगातार बारिश के कारण जेठ में सावन सा नजारा बन गया है। लगातार करीब 18 घंटे से रुक रुक कर बारिश हो रही है। कुल 19 मिमी बारिश हुई है। इससे गर्मी खत्म हो गई है।अधिकतम तापमान लुढ़क कर 28 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।

बुंदेलखंड में अर्से बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब जून में गर्मी के दौरान कूलर चलाने के बजाय लोग पंखा भी बंद कर रहे हैं। तुलसी कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी शनिवार को भी बारिश के आसार हैं।  यह धान की नर्सरी तैयार करने का सही समय है। जिले में विंध्य पर्वत श्रंखला का नजारा खूबसूरत हो गया है।

किसानों के लिए वरदान

हल्की बारिश किसानों के लिए वरदान है। जायद की फसल लेने वाले किसानों को इस बारिश से थोड़ी परेशानी हो सकती है। उन्हें फसल कटाई के लिए अब सूखने का इंतजार करना पड़ेगा। उप निदेशक कृषि प्रसार टीएम त्रिपाठी के मुताबिक इस समय हरी खाद के लिए किसानों ने ढैंचा बोया था। उसे पलटाई करने में आसानी होगी। आम की फसल के लिए भी यह पानी फायदेमंद है। आम आसानी से पक जाएगा।धान की नर्सरी लगाने वाले किसानों को भी सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। समय से पहले आई बरसात किसानों को फायदा ही दे रही है।

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