मामा-मौसी ने हड़पा आइएफएस अफसर की पत्नी का मकान

-फर्जीवाड़ा -फर्जी अनुबंध और दस्तावेज तैयार कर किया फर्जीवाड़ा - देखरेख के लिए मामा और

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:45 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:45 PM (IST)
मामा-मौसी ने हड़पा आइएफएस अफसर की पत्नी का मकान
मामा-मौसी ने हड़पा आइएफएस अफसर की पत्नी का मकान

-फर्जीवाड़ा

-फर्जी अनुबंध और दस्तावेज तैयार कर किया फर्जीवाड़ा

- देखरेख के लिए मामा और मौसी को दिया था मकान

जागरण संवाददाता, लखनऊ: इंदिरानगर फरीदीनगर बाल विहार कालोनी निवासी आइएफएस अफसर विनोद कुमार की पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड मकान को उनके मामा और मौसी ने ही हड़प लिया। आइएफएस अफसर की पत्नी के मामा और मौसी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर यह काम किया। मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।

इंस्पेक्टर गाजीपुर प्रशांत कुमार मिश्रा ने बताया कि आइएफएस अफसर की पत्नी प्रेमा कुमारी के नाम से अक्टूबर 1981 में आवास विकास परिषद से ए-ब्लाक स्थित मकान का एलाटमेंट कराया था। मकान पर कब्जा उसी समय मिल गया था। किश्तों पर मकान लिया था। किश्तें पूरी होने पर अक्टूबर 2012 में आवास विकास परिषद ने मकान का बैनामा प्रेमा कुमारी के नाम से कर दिया। प्रेमा ने मकान को किराए पर उठाने और देखरेख के लिए सी ब्लाक निवासी अपने मामा राम निरंजन और नरही में रहने वाली मौसी कमला से कहा था। दोनों मकान की देखरेख कर रहे थे। इस बीच, उन्होंने फर्जी दस्तावेज बनवाकर मकान का जाली अनुबंध पत्र तैयार कर लिया। इस जालसाजी में बांके बिहारी नाम का एक और व्यक्ति भी शामिल है। वह आगरा का रहने वाला है। आशंका होने पर प्रेमा ने पड़ताल कराई तो पता चला कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनके साथ जालसाजी हुई। मामा राम निरंजन, मौसी कमला और बांके बिहारी प्रसाद ने मिलकर इस काम को अंजाम दिया। पीड़ित पक्ष ने मामले की जानकारी डीसीपी उत्तरी रईस अख्तर को दी। पूरे प्रकरण की जांच के बाद तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

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