लखनऊ जिला जेल के अस्पताल में दो बंदियों के बीच मारपीट, रुपये न देने पर एक बंदी ने दूसरे पर बोला हमला
लखनऊ की जिला जेल में आए दिन हो रहे बवाल कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। जेल अस्पताल में बंदी ने रसूख के बल पर दूसरे बंदी से रुपयों मांगे। रुपयों की मांग पूरी न होने पर ग्लूकोज स्टैंड की रॉड से उसे जमकर पीट दिया।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी की जिला जेल में आए दिन हो रहे बवाल कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। बंदी के पास मोबाइल बरामद होने के मामले की जांच अभी चल ही रही थी कि जेल अस्पताल में बंदी सईद ने रसूख के बल पर दूसरे बंदी अंशुमान से रुपयों की मांग की। रुपयों की मांग पूरी न होने पर ग्लूकोज स्टैंड की रॉड से उसे जमकर पीट दिया। बंदी अंशुमान को गंभीर चोटे आई हैं।
जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात जेल अस्पताल में बंदी सईद ने दहेज हत्या के मामले में आरोपित बंदी अंशुमान पांडेय से रुपयों की मांग की। अंशुमान ने रुपये नहीं दिए इस पर सईद उसे धमकाने लगा। अंशुमान के विरोध पर बंदी सईद ने उसे पीटना शुरू कर दिया। शोर शराबा सुनकर जब तक बंदी रक्षक पहुंचते सईद ने ग्लूकोज रॉड से अंशुमान पर ताबड़-तोड़ प्रहार करने लगा। हमले से अंशुमान मौके पर ही खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। इस दौरान कई लोग बचाव में दौड़े तो सईद ने उन्हें भी जमकर पीटा। बंदियों में मारपीट की सूचना से जेल प्रशासन ने दोनों को अलग-अलग बैरक में बंद कर दिया। सईद को तनहाई बैरक में बंद किया गया है।
अस्सिटेंट कमिश्नर का बेटा है हमले में घायल अंशुमान
जेल सूत्रों के मुताबिक अंशुमान दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद है। उसके पिता असिस्टेंट कमिश्नर हैं। उन्होंने जांच की मांग की है। अंशुमान के परिवारीजनों ने जेल अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जांच और कार्रवाही की मांग की है। परिवारीजनों ने जेल अस्पताल के बाहर किसी सरकारी अस्पताल से अंशुमान का मेडिकल कराए जाने की मांग की है। अंशुमान का इलाज मानसिक रोग विशेषज्ञ निगरानी में जेल अस्पताल में चल रहा है।
जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि जेल अस्पताल में अंशुमान अपने पास नींद की कुछ दवाएं रखे था। सईद ने इसकी शिकायत जेल प्रशासन से की थी। इसी बात को लेकर दोनों में मारपीट हुई है। मामले की जांच की जा रही है।