रायबरेली में घायल युवक की मौत पर ग्रामीणों का हंगामा, एसडीएम ने एफआइआर का आश्वासन देकर कराया शांत

पिटाई में घायल युवक की उपचार के दौरान मौत होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साएं लोगों ने लालगंज फतेहपुर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। जानकारी पुलिस महकमे को हुई तो अफसरों के हाथ पैर फूल गए।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 07:15 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 07:15 PM (IST)
रायबरेली में घायल युवक की मौत पर ग्रामीणों का हंगामा, एसडीएम ने एफआइआर का आश्वासन देकर कराया शांत
कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में युवक को भर्ती कराया था, जहां 19 जुलाई को मौत हो गई।

रायबरेली, जागरण संवाददाता। पिटाई में घायल युवक की उपचार के दौरान मौत होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साएं लोगों ने लालगंज फतेहपुर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। जानकारी पुलिस महकमे को हुई तो अफसरों के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में पहुंचे एसडीएम और सीओ ने एफआइआर करने का आश्वासन देकर किसी तरह शांत कराया। सरेनी थाना क्षेत्र के पूरे परगहिन मजरे चकचोरईहा गांव निवासी सुनीता ने बताया कि उसके बेटे भैरव सिंह को 15 जुलाई की दोपहर लगभग दो बजे कनकापुर गांव के तीन युवक ने फोन कर ट्यूबवेल पर बुलाया था।

आरोप है कि वहां पर तीनो ने भैरव की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की और बेहोशी की हालत में करीब तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। जानकारी मिलने पर उसने पीआरवी पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल बेटे भैरव सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज पहुंचाया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद 17 जुलाई को उसने कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां 19 जुलाई को भैरव सिंह की मौत हो गई। पीड़िता का आरोप है कि उसने मामले का शिकायती पत्र 17 जुलाई को गेंगासो पुलिस चौकी और सरेनी थाने में दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। आक्रोशित परिवारजनों ने ग्रामीणों के साथ भैरव सिंह के शव को लालगंज-फतेहपुर नेशनल हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही सरेनी थानाध्यक्ष अनिल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये। परिवारजनों को जाम खोलने के लिए समझाते रहे। मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी विनय मिश्र और क्षेत्राधिकारी डॉ. अंजनी चतुर्वेदी ने परिवारजनों को तत्काल एफआइआर दर्ज करने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन सड़क से हटे और जाम खुल सका। मृतक भैरव सिंह पांच भाइयों सोलंकी, धीरेंद्र ,जितेंद्र, रतन में दूसरे नंबर पर था। उसकी मौत पर मां सुनीता समेत पत्नी पूनम आदि का रो रोकर बुरा हाल है।

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