रायबरेली में पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला, एसओ और सिपाही पर बरसाए लाठी-डंडे
प्रधान अनुराधा दीक्षित की अगुवाई में दो दिन पहले ग्रामीण डीएम से मिले थे और अभी चकबंदी न कराने का आग्रह किया था। शनिवार की दोपहर करीब दाे बजे जब पुलिस बल के साथ चकबंदी विभाग की टीम पहुंची तो माहौल गरमा गया।
रायबरेली, जेएनएन। गुनावर कमंगलपुर गांव में चकबंदी करने पहुंची टीम का ग्रामीणों ने विरोध किया और लाठी-डंडा लेकर डट गए। उनके बचाव में पुलिस आगे आई तो गांववालों ने उन पर हमला कर दिया। एसओ को लाठी-डंडों से पीटा। पुलिस जीप क्षतिग्रस्त कर दी। खबर है कि तीन-चार सिपाही भी जख्मी हो गए। उन्होंने किसी तरह भागकर जान बचाई।
उक्त गांव की प्रधान अनुराधा दीक्षित की अगुवाई में दो दिन पहले ग्रामीण डीएम से मिले थे और अभी चकबंदी न कराने का आग्रह किया था। शनिवार की दोपहर करीब दाे बजे जब पुलिस बल के साथ चकबंदी विभाग की टीम पहुंची तो माहौल गरमा गया। करीब सौ ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर विरोध करने लगे, जिसमें आगे महिलाएं थीं। उस वक्त हरचंदपुर के साथ ही महराजगंज और बछरावां की पुलिस भी गांव में थी। हरचंदपुर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने आगे आकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। बात बढ़ती गई और गांव के लोग लाठी-डंडा लेकर पुलिस पर टूट पड़े। हमला होता देख चकबंदी विभाग की टीम भाग खड़ी हुई।
पुलिसवालों ने कुछ देर तक तो प्रतिरोध किया, मगर बाद में उन्हें भी गांव से भागना पड़ा। इस बीच थानाध्यक्ष को गांववालों ने निशाना बना लिया। उनके बचाव में आए सिपाही भी चोटिल हो गए। किसी तरह पुलिस टीम गांव से निकली और एसओ को सीएचसी लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें आवास भेज दिया गया। पुलिस टीम पर हमले की सूचना मिलते ही शहर, मिल एरिया, शिवगढ़, बछरावां सहित सात-आठ थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। दंगा निरोधी उपकरणों से लैस पुलिस बल गांव के बाहर ही मुस्तैद रहा। सीओ सिटी और सीओ महराजगंज भी पहुंच गए।
चकबंदी का विरोध गांव के लोग कर रहे थे। हमले में हरचंदपुर एसओ और एक सिपाही घायल हुआ है। उपचार करा दिया गया है। मौके पर पुलिस बल तैनात है। आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। -श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक