अमेठी में गिरफ्तार डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को गोरखपुर ले गई विजिलेंस टीम, महिला थाने में कटी रात
इंस्पेक्टर भानु प्रताप सिंह की तहरीर पर डीपीआरओ पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया। रात भर महिला थाने में डीपीआरओ को रखा गया। इसके बाद सुबह मेडिकल परीक्षण कराकर टीम गोरखपुर के लिए रवाना हो गई। वहां उन्हें न्यायालय में हाजिर करेगी।
अमेठी, जेएनएन। सफाईकर्मी से रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस टीम ने अमेठी की डीपीआरओ श्रेया मिश्राा को गिरफ्तार किया था। देर रात गौरीगंज थाने में टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर भानु प्रताप सिंह की तहरीर पर उन पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया। रात भर महिला थाने में डीपीआरओ को रखा गया। इसके बाद सुबह मेडिकल परीक्षण कराकर टीम गोरखपुर के लिए रवाना हो गई। वहां उन्हें न्यायालय में हाजिर करेगी।
अमेठी के बाजारशुकुल ब्लाक के गांव में तैनात सफाईकर्मी सुशील कुमार का लंबे समय से वेतन आदि का भुगतान रुका था, जिसे निकालने के लिए वह गुरुवार की दोपहर विकास भवन स्थिति पंचायत राज विभाग कार्यालय पहुंचा। इस दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा तिलोई में आयोजित ग्राम प्रधानों की कार्यशाला में शामिल होने गई थीं। दोपहर दो बजे के बाद लौटने पर डीपीआरओ के केबिन में सफाईकर्मी गया, जहां 30 हजार रुपये मेज पर रख दिए। इसी दौरान विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ को रंगेहाथ पकड़ लिया।
विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की कराई वीडियोग्राफी
पूछताछ करने के बाद देर शाम टीम उन्हें लेकर गौरीगंज ब्लॉक परिसर स्थित उनके आवास पहुंचकर छानबीन की। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की बात लिखी गई है। उधर, लंबी पूछताछ के बाद देर रात गौरीगंज कोतवाली में डीपीआरओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। शुक्रवार सुबह मेडिकल परीक्षण कराने के बाद टीम उन्हें लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई। विजिलेंस के इंसपेक्टर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई है।
11 माह पहले ही संभाला था पदभार
ग्यारह माह पहले संभाला था पदभार डीपीआरओ श्रेया मिश्रा का चयन इस पद पर आयोग से होने के बाद पिछले जुलाई माह में अमेठी में पदभार संभाला था। आगामी जुलाई माह में उनका कार्यकाल एक वर्ष का पूरा होगा। वह गोरखपुर की निवासी हैं।