UP: आय से अधिक संपत्ति मामल में विजिलेंस ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ दर्ज की FIR

सीबीआइ व ईडी का शिकंजा कसने के बाद अब विजिलेंस ने सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज की है। यह मुकदमा विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर थाने में दर्ज किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 07:48 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 05:32 AM (IST)
UP: आय से अधिक संपत्ति मामल में विजिलेंस ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ दर्ज की FIR
विजिलेंस ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज की है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी की सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। सीबीआइ व प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसने के बाद अब विजिलेंस ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज की है। यह मुकदमा विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर थाने में दर्ज किया गया है। विजिलेंस ने पहले इस मामले में खुली जांच की थी, जिसमें गायत्री प्रसाद प्रजापति की आय से छह गुना संपत्ति सामने आई थी। विजिलेंस ने शासन को जांच रिपोर्ट भेजकर मामले में एफआइआर दर्ज किए जाने की अनुमति मांगी थी। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर विवेचना शुरू की है।

सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति की जिस अवधि की खुली जांच की थी, उसमें सामने आया कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की आय करीब 50 लाख रुपये है। जबकि जांच में उनके नाम 3.5 करोड़ रुपये की संपत्ति सामने आई। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति दुष्कर्म के मामले में जेल में निरुद्ध हैं। इस मामले में लखनऊ पुलिस ने 15 मार्च 2017 को पूर्व मंत्री को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और तब से वह जेल में हैं।

खनन घोटाले में चल रही जांच : सपा शासनकाल में हुए बहुचर्चित खनन घोटाले में भी गायत्री प्रसाद नामजद आरोपित हैं। खनन घोटाले में सीबीआइ ने पूर्व मंत्री के विरुद्ध भी केस दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने अगस्त 2019 में सीबीआइ की एफआइआर को आधार बनाकर पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद व बी.चंद्रकला समेत पांच आइएएस अधिकारियों के विरुद्ध प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। खनन घोटाले में सीबीआइ व ईडी अन्य आरोपितों के विरुद्ध भी केस दर्ज कर जांच कर रही हैं। सीबीआइ व ईडी पूर्व मंत्री से लंबी पूछताछ भी कर चुकी हैं।

21 बेनामी संपत्तियां भी मिलीं : विजिलेंस की जांच में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की करीब 21 बेनामी संपत्तियां भी सामने आई हैं। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री ने परिवारीजन व अन्य करीबियों के नाम से अमेठी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़ व अन्य स्थानों पर करोड़ों रुपये की कृषि भूमि खरीदी है। इसके अलावा उनकी बेनामी संपत्तियों में कीमती फ्लैट व आवासीय भूखंड भी शामिल हैं। विजिलेंस की विवेचना में अब पूर्व मंत्री के अलावा उनके परिवारीजन व करीबियों की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। खुली जांच में सामने आए साक्ष्यों के आधार पर विजिलेंस अपनी विवेचना को बढ़ाएगी और बेनामी संपत्तियों के मामले में पूर्व मंत्री के परिवारीजन व कुछ करीबी भी जल्द कार्रवाई के दायरे में होंगे।

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