लखनऊ विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण, कुलपत‍ि ने कहा- नई शिक्षा नीति में सभी के सहयोग की जरूरत

कुलपति ने कहा कि राष्ट्र गौरव की भावना हमें विश्व के लिए देखे गए सपने पूरे करने की शक्ति देता है। महर्षि अरविंद ने 100 वर्ष पूर्व कहा था कि भारत में हम एक ऐसी शक्ति का उदय देख रहे हैं जो नए जगत में पुनर जागृत हो रही है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 10:49 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 10:49 AM (IST)
लखनऊ विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण, कुलपत‍ि ने कहा- नई शिक्षा नीति में सभी के सहयोग की जरूरत
लखनऊ विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण समारोह में कुलपति ने रखे विचार।

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में मंगलवार को गणतंत्र दिवस मनाया गया। कला संकाय परिसर में हुए इस आयोजन में कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने परेड का निरीक्षण कर ध्वजारोहण किया। उसके बाद एनसीसी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि पिछला साल ईश्वर के साथ साथ भारत के लिए चुनौतियों से भरा हुआ था। काफी कुछ नया सीखने को भी मिला। सभी को नई परिस्थितयों में कुछ नया करना चाहिए।

उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए सबके सहयोग की अपेक्षा की। कहा कि हम सब अपनी भूमिका समझें। कुलपति ने कहा कि राष्ट्र गौरव की भावना ही हमें विश्व के लिए देखे गए सपने पूरे करने की शक्ति प्रदान करता है। महर्षि अरविंद ने 100 वर्ष पूर्व कहा था कि भारत में हम एक ऐसी शक्ति का उदय देख रहे हैं जो नए जगत में पुनर जागृत हो रही है। एक नए वातावरण में उसे उन सभी बंधनों से मुक्त होना है, छोटे और बड़े जो कुछ अपने इतिहास से बुने गए हैं या जो बाहर से थोपे गए हैं। कुलपति ने कहा कि हमारा राष्ट्र आदर्शों का महाकाव्य और हमारी संस्कृति सृजन एवं समन्वय का संगम है। इस अवसर पर उन्होंने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई भी दी। ध्वजारोहण समारोह के अवसर पर डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर प्रो. पूनम टंडन, प्रो एसके शुक्ला, प्रो मनुका खन्ना, डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव सहित सभी शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।

मची लड्डू की लूट

कार्यक्रम खत्म होने के बाद जैसे ही कुलपति मंच से उतरकर निकले, दूसरी ओर लड्डू पाने की लूट मच गई। कर्मचारियों से लेकर वहां खड़े तमाम लोग लड्डू के पैकेट के लिए टूट पड़े। इस दौरान धक्का-मुक्की भी खूब हुई। 

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