पीएम से हरी झंडी के इंतजार में वाराणसी-इंटरसिटी व विस्टाडोम कोच, लखनऊ वाराणसी रेल खंड के यात्रियों को मिलेगी राहत
वाराणसी से लखनऊ के बीच वरूणा एक्सप्रेस चलती थी। इस ट्रेन का संचालन कोरोना के कारण पिछले साल ही बंद कर दिया गया। अब रेलवे वरूणा एक्सप्रेस की जगह दूसरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस चलाएगा। इसकी गति राजधानी एक्सप्रेस के बराबर होगी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। वरूणा एक्सप्रेस की जगह सुबह वाराणसी से लखनऊ आने और शाम को लखनऊ से वाराणसी के सफर के लिए नई सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन की सौगात पीएम नरेंद्र मोदी दे सकते हैं। रेलवे ने इस महत्वपूर्ण सुपरफास्ट इंटरसिटी और दुधवा में मीटर गेज सेक्शन के विस्टाडोम कोच के संचालन के लिए पीएमओ को पत्र भेजकर समय मांगा है।
पहले वाराणसी से लखनऊ के बीच वरूणा एक्सप्रेस चलती थी। इस ट्रेन का संचालन कोरोना के कारण पिछले साल ही बंद कर दिया गया था। अब रेलवे वरूणा एक्सप्रेस की जगह दूसरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस चलाएगा। रेलवे ने इस ट्रेन को शटल सेवा का नाम दिया है। लेकिन इसकी गति राजधानी एक्सप्रेस के बराबर होगी। यह ट्रेन 4:10 घंटे में वाराणसी से लखनऊ पहुंचेगी। वहीं वाराणसी से लखनऊ का सफर डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस 4:05 घंटे में पूरा करती है। सुबह छह बजे वाराणसी से चलकर यह ट्रेन जौनपुर 6:58 बजे, सुलतानपुर से 7:56 बजे और निहालगढ़ 8:38 बजे होते हुए 10:10 बजे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। जबकि वापसी में यह ट्रेन शाम छह बजे छूटकर रात 10:10 बजे वाराणसी पहुंचेगी। जिन सेकेंड सीटिंग क्लास और एसी चेयरकार बोगियों के साथ वरूणा एक्सप्रेस दौड़ रही थी। उसी ट्रेन के रैक को शटल एक्सप्रेस में लगाया जाएगा। शटल सेवा का संचालन सात अक्टूबर को नवरात्र पर आरंभ होना था। लेकिन प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र होने के कारण वाराणसी से ट्रेन को चलाने के लिए पीएम से झंडी दिखाने की तैयारी की जा रही है। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो पीएमओ में शटल सेवा और दुधवा में मीटर गेज सेक्शन पर चलने वाले विस्टाडोम कोच के प्रस्ताव को अनुमति मिल गयी है। जल्द ही पीएमओ की तरफ से दोनों सेवाओं को शुरू करने की तिथि भी घोषित की जाएगी। इससे खासकर लखनऊ वाराणसी रेल खंड पर यात्रियों को राहत मिलेगी।