Uttar Pradesh Weather News: प्रदेशभर में चलेगा धूप छांव का खेल, आज भी होगी हल्की बारिश
Uttar Pradesh Weather News मौसम विभाग के निदेशक डा. जेपी गुप्ता के अनुसार गुरुवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 115 मिमी. बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को सीजन की सबसे अच्छी बारिश हुई लेकिन अभी कोई नया रिकार्ड नहीं बना है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। बादल मेहरबान हुए तो गुरुवार को सीजन की सबसे तेज बारिश का रिकार्ड बन गया। शहर की सड़कें, गलियां, मुहल्ले और घरों में घुटनों से ऊपर तक पानी भर गया। बुधवार को देर रात शुरू हुई बारिश गुरुवार को पूरे दिन जारी रही। हजरतगंज, चारबाग, कैसरबाग, चौक, डालीगंज, पुराना लखनऊ, बालू अड्डा, जियामऊ, सदर, गोमतीनगर, इंदिरानगर, महानगर, कपूरथला, राजाजीपुरम, कृष्णानगर, आलमबाग, एयरपोर्ट, तेलीबाग, रायबरेली रोड, सीतापुर रोड, हरदोई रोड, अयोध्या रोड व सुलतानपुर रोड इत्यादि सभी स्थान मूसलाधार बारिश से जलमग्न हो गए। मौसम विभाग के अनुसार अब बारिश कमजोर पड़ गई है। अगले 48 घंटे तक अलग-अलग इलाकों में छुटपुट व हल्की, मध्यम बारिश के आसार हैं। दिनभर बादल छाए रहेंगे बीच-बीच में धूप भी होगी। मौसम विभाग के निदेशक डॉ जेपी गुप्ता ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से दबाव बनने के चलते हवाएं राजधानी के आसपास से गुजर रही थी, जो अब पूर्वी पश्चिम में यूपी की तरफ रुख कर गई हैं। इससे कुछ अलग-अलग जिलों में तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के निदेशक डा. जेपी गुप्ता के अनुसार गुरुवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 115 मिमी. बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को सीजन की सबसे अच्छी बारिश हुई, लेकिन अभी कोई नया रिकार्ड नहीं बना है। 2012 में 14 सितंबर को 138.8 मिली. बारिश रिकार्ड की गई थी। हालांकि, शुक्रवार को जब 24 घंटे के आंकड़े निकाले जाएंगे तो यह पुराना रिकार्ड टूट भी सकता है।
शुक्रवार से कमजोर पड़ेगी बारिश : डा. जेपी गुप्ता के अनुसार शुक्रवार से बारिश कमजोर पड़ जाएगी। गुरुवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 25 डिग्री रहा, जोकि सामान्य से 7.9 डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री रहा, जोकि सामान्य से 0.6 डिग्री कम है। लखनऊ व आसपास के जनपदों समेत पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सभी जगह अगले 48 घंटे तक अलग-अलग स्थानों पर आंशिक, हल्की व मध्यम बारिश का अनुमान है।
पानी से धान को मिली राहत, हवा ने बढ़ाई मुसीबत : बुधवार देर रात से हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश किसानों के लिए भी ज्यादा फायदेमंद नहीं है। पिछले कई दिनों से बारिश न होने से सूख रहे धान के खेतों में पानी भरने से किसानों को कुछ राहत मिली है, लेकिन अगेती धान की फसल को हवाओं ने गिरा दिया। इसकी वजह से नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है।