उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड में आठ सदस्य नामित, पांच साल होगा सदस्यों का कार्यकाल
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के गठन का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को शिया वक्फ बोर्ड में आठ सदस्य नामित कर दिए हैं। इनका कार्यकाल पांच वर्षों का होगा। साथ ही अब जल्द बोर्ड के चेयरमैन का भी चुनाव होगा।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के गठन का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को शिया वक्फ बोर्ड में आठ सदस्य नामित कर दिए हैं। इनका कार्यकाल पांच वर्षों का होगा। साथ ही अब जल्द बोर्ड के चेयरमैन का भी चुनाव होगा।
दरअसल, शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के 11 सदस्यों में से दो सांसद, दो विधायक, दो मुतवल्ली व दो बार काउंसिल सदस्यों के लिए चुनाव होता है। चूंकि प्रदेश में सांसद, विधायक व बार कौंसिल सदस्यों में एक भी शिया मुस्लिम नहीं हैं। विधायक कोटे में भी दो सदस्य शिया हैं लेकिन एक सरकार में मंत्री हैं, जबकि दूसरे सदस्य ने चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में सदस्यों के आठ पदों के चुनाव में केवल मुतवल्ली कोटे के दो पदों पर ही चुनाव हो सके थे। इनमें वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी व सैयद फैजी चुनाव जीते थे।
इसके अलावा सांसद कोटे में वर्तमान में एक भी सांसद शिया मुस्लिम नहीं हैं इसलिए पूर्व सांसद बेगम नूर बानो भी निर्विरोध सदस्य बन गई थीं। कोरोना संक्रमण के कारण सरकार समय पर सदस्यों को नामित नहीं कर सकी थी। इसलिए वक्फ बोर्ड का गठन नहीं हो पा रहा था। अब सरकार ने शुक्रवार को इन तीन सदस्यों के साथ ही कुल आठ सदस्यों को नामित करने की अधिसूचना जारी कर दी।
इनमें अमरोहा के अधिवक्ता जरयाब जमाल रिजवी, सिद्धार्थनगर के अधिवक्ता शबाहत हुसैन, लखनऊ के अली जैदी, मौलाना रजा हुसैन व प्रयागराज जिला महिला अस्पताल की वरिष्ठ डा. नरूस हसन नकवी शामिल हैं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव के रविन्द्र नायक ने इसके आदेश जारी कर दिए। अब यह आठ सदस्य आपस में चेयरमैन का चुनाव करेंगे। जल्द ही चेयरमैन के चुनाव की तिथि भी सरकार घोषित करेगी।