देवभाषा सीखने के इच्छुक विदेशी छात्रों के खुशखबरी, यूपी संस्कृत संस्थान से अब सीख सकेंगे संस्कृत

उत्तर प्रदेश का संस्कृत संस्थान अब विदेशी छात्र-छात्राओं को भी संस्कृत सिखाएगा। संस्थान संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण हेल्पलाइन का दायरा बढ़ाने जा रहा है। देवभाषा सीखने की ललक रखने वाले विदेशी छात्र हेल्पलाइन से जुड़कर संस्कृत श्लोक व कर्मकांड आदि सीख सकेंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 10:27 AM (IST)
देवभाषा सीखने के इच्छुक विदेशी छात्रों के खुशखबरी, यूपी संस्कृत संस्थान से अब सीख सकेंगे संस्कृत
उत्तर प्रदेश का संस्कृत संस्थान अब विदेशी छात्र-छात्राओं को भी संस्कृत सिखाएगा।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश का संस्कृत संस्थान अब विदेशी छात्र-छात्राओं को भी संस्कृत सिखाएगा। संस्थान संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण हेल्पलाइन का दायरा बढ़ाने जा रहा है। देवभाषा सीखने की ललक रखने वाले विदेशी छात्र हेल्पलाइन से जुड़कर संस्कृत, श्लोक व कर्मकांड आदि सीख सकेंगे। संस्थान पहुंच बढ़ाने के लिए हेल्पलाइन नंबर को वाट्सएप से जोड़ेगा। साथ ही अलग हेल्पलाइन बनाने की तैयारी भी की जा रही है।

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष डा. वाचस्पति मिश्र बताते हैं कि विदेशी छात्रों में संस्कृत सीखने की काफी चाह है। संस्कृत सीखने के लिए शुरू की गई हेल्पलाइन से विदेशी छात्रों को जोड़ने की तैयारी चल रही है। हेल्पलाइन को और बेहतर बनाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। मिश्र ने कहा कि विदेशी छात्रों को सिर्फ संस्कृत ही नहीं बल्कि श्लोक, कर्मकांड, अध्यात्म परिचय व शास्त्र ज्ञान आदि भी सिखाया जाएगा। विदेशी छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को अलग से प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा शुरू की गई संस्कृत सिखाने की पहल कारगर साबित हो रही है। हेल्पलाइन से अब तक आठ हजार से अधिक लोग वर्चुअल कक्षाओं में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जबकि 1553 छात्र हर दिन कक्षा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रोजाना आनलाइन 47 कक्षाएं संचालित हो रही हैं।

उत्तर प्रदेश का संस्कृत संस्थान की ओर से संस्कृत बोलने, पढ़ने और सीखने के इच्छुक लोगों के लिए संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण की सुविधा शुरू की है। इच्छुक लोग मोबाइल फोन नंबर 9522340003 पर मिस्ड कॉल अलर्ट के जरिये वर्चुअल कक्षा में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पंजीकरण के लिए अभ्यर्थियों को आनलाइन फार्म भरना होगा। इसमें उनको अपने व्यवसाय, नौकरी व पढ़ाई की जानकारी देनी होगी। इसके बाद व्यवसाय के अनुरूप ग्रुपवार संस्कृत की पढ़ाई कराई जाएगी।

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