Kanpur Encounter Effect: मोस्ट वांटेड अपराधियों पर टूटी UP पुलिस, 25 बड़े बदमाशों पर STF की निगाह

Kanpur Encounter Effect मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस ने सूची बनाकर ऐसे अपराधियों पर निगाह टेढ़ी की है जिन्होंने दबंगई के बल पर आर्थिक साम्राज्य खड़ा कर किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 10:07 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 10:26 PM (IST)
Kanpur Encounter Effect: मोस्ट वांटेड अपराधियों पर टूटी UP पुलिस, 25 बड़े बदमाशों पर STF की निगाह
Kanpur Encounter Effect: मोस्ट वांटेड अपराधियों पर टूटी UP पुलिस, 25 बड़े बदमाशों पर STF की निगाह

लखनऊ, जेएनएन। Kanpur Encounter Effect: कानपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी पुलिस माफिया की कमर तोड़ने के प्रयास में जुट गई है। रविवार को कई जिलों में बड़े अपराधियों के खिलाफ पुलिस का कहर टूटा। पुलिस और प्रशासन ने सूची बनाकर ऐसे अपराधियों पर निगाह टेढ़ी की है, जिन्होंने दबंगई के बल पर आर्थिक साम्राज्य खड़ा कर लिया है। पूर्वांचल के दबंग विधायक मुख्तार अंसारी, पूर्व सांसद अतीक अहमद, अजय सिंह सिपाही समेत कई गैंगस्टर पुलिस के निशाने पर हैं। 

एसटीएफ को उत्तर प्रदेश में 25 बड़े अपराधियों, उनके गिरोह और गतिविधियों पर निगाह रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस सूची में बाहुबली मुख्तार अंसारी, उमेश राय उर्फ गौरा राय, त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, अतीक अहमद, खान मुबारक, मु.सलीम, मु.सोहराब, मु.रुस्तम, ओम प्रकाश उर्फ बबलू श्रीवास्तव, बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर, ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुन्टू सिंह, मुनीर, संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा, सुंदर भाटी उर्फ नेताजी, अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, अनिल भाटी, सिंहराज भाटी, सुशील उर्फ मूंछ, अंकित गुर्जर, अमित कसाना, आकाश जाट, उधम सिंह, योगेश भदौड़ा व अजीत उर्फ हप्पू के नाम शामिल हैं।

लखनऊ में मुख्तार अंसारी से जुड़ी एक बिल्डिंग का बेसमेंट सील : लखनऊ विकास प्राधिकरण ने रविवार को लालबाग में बाहुबली मुख्तार अंसारी से जुड़े एक अवैध निर्माण का बेसमेंट रविवार को सील कर दिया। कागज पर ये इमारत रईस अहमद के नाम से दर्ज है, मगर सूत्रों के अनुसार बिल्डिंग के पीछे मुख्तार अंसारी का नाम है। चार मंजिल की इस इमारत की तीन मंजिलों का ही नक्शा पास है। बेसमेंट और चौथी मंजिल का निर्माण नक्शे में नहीं है। आश्चर्य की बात यह थी कि एलडीए की अवैध निर्माण की सुनवाई वाली कोर्ट इस इमारत के ठीक पीछे ही लगाई जाती है। वाराणसी और आसपास के जिलों में में भी मुख्तार के गिरोह आइएस-191 से जुड़े अपराधियों पर धड़ाधड़ कार्रवाई हो रही है। गैंग से जुड़े 56 लोगों पर गैंगस्टर लगाते हुए 25 - 25 हजार के इनामी 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरोह से जुड़े लोगों की प्रापर्टी का ब्यौरा इकट्ठा किया गया। जब्तीकरण की कार्रवाई की तैयारी है।

कैरियर डेंटल कॉलेज के संचालक इकबाल अली पर गैंगस्टर की कार्रवाई : लखनऊ पुलिस प्रशासन ने सपा सरकार में कद्दावर नेता रहे कैरियर डेंटल कॉलेज के संचालक इकबाल अली और उसके पिता अजमत अली पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। दोनों पर आरोप है कि गिरोह बनाकर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करते हैं। इकबाल अली ने आइआइएम रोड पर सरकारी जमीन पर अस्पताल बना दिया था। बीते दिनों जांच के बाद प्रशासन ने उस पर बुलडोजर चलवा दिया था।

माफिया अजय सिंह सिपाही के घर पर छापा : अंबेडकर नगर के बड़े माफिया कटेहरी के ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह सिपाही के घर पुलिस ने रविवार को छापा मारा। एएसपी अवनीश कुमार मिश्र के नेतृत्व में अजय सिपाही के घर पर कई थानों की पुलिस ने दबिश दी। अजय के खिलाफ अंबेडकरनगर, अयोध्या, लखनऊ, सुल्तानपुर जिलों में इसपर 29 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। हालांकि उसके घर पर कोई नहीं मिला।

अशरफ शिकंजे में, बच्चा पासी-राजेश यादव की तलाश : प्रयागराज में माफिया के रूप में सूचीबृद्ध पूर्व सांसद अतीक अहमद इन दिनों गुजरात की जेल में हैं तो उसके भाई एक लाख के इनामी पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ को भी गिरफ्तार करने के बाद अब दोनों के करीबियों की तलाश चल रही है। पुलिस अब पार्षद बच्चा पासी, राजेश यादव तथा उनके गैैंग के सदस्यों की तलाश में लगी है।

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