पौधरोपण से शहरों को सुंदर बनाएगी यूपी सरकार, सड़कों और पार्कों के किनारे लगेंगे एक प्रजाति के पौधे
नगर विकास विभाग ने पौधारोपण के लिए जो योजना बनाई है उसके अनुसार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट गोवंश संरक्षण स्थल अपशिष्ट प्रोसेसिंग स्थल व डंपिंग ग्राउंड आदि के आसपास क्षेत्र की ग्रीन फेंसिंग कराई जाएगी। वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए शहरों में हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।
लखनऊ, (राज्य ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश सरकार पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ ही शहरों को पौधरोपण के जरिये सुंदर बनाएगी। सुंदरीकरण की दृष्टि से शहरों में 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सड़कों एवं पार्कों के किनारे एक ही प्रजाति के पौधे तारतम्य में लगाए जाएंगे, ताकि जब यह बड़े हो जाएं तो पूरा क्षेत्र एक जैसा व अच्छा दिखे। शहरों में पौधे लगाने के साथ-साथ नगर विकास विभाग ने इनकी सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए हैं।
नगर विकास विभाग ने पौधारोपण के लिए जो योजना बनाई है, उसके अनुसार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, गोवंश संरक्षण स्थल, अपशिष्ट प्रोसेसिंग स्थल व डंपिंग ग्राउंड आदि के आसपास क्षेत्र की ग्रीन फेंसिंग कराई जाएगी। वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए शहरों में हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। शहरों में फलदार और छायादार दोनों तरह के पौधे लगाए जाएंगे। पौधरोपण के लिए स्थानीय निवासियों, सामाजिक संस्थाओं, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन आदि को जोड़ा जाएगा।
निदेशक स्थानीय निकाय शकुन्तला गौतम की ओर से सभी नगरीय निकायों को जारी आदेश में कहा गया है कि शहरों के सुंदरीकरण की दृष्टि से शोभाकार वाले पौधे लगाए जाएं। पौधे लगाते समय यह ध्यान में रखा जाए कि एक प्रजाति के पौधे एक साथ लगाए जाएं। शहरों के लिए जिन प्रमुख प्रजातियों को चुना गया है, उनमें अमलतास, गुलमोहर, चितवन, बाटल ब्रश व मौलश्री प्रमुख हैं। पोषण को ध्यान में रखते हुए सहजन के पौधे भी लगाने पर जोर दिया गया है। साथ ही वातावरण को शुद्ध रखने के लिए अन्य प्रजातियों के पौधे भी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के बाद उनकी सुरक्षा बहुत जरूरी है। इसके लिए सभी नगरीय निकाय कार्ययोजना जरूर सुनिश्चित कर लें।