UPPSC Exam: 50 फीसद से ज्यादा अभ्यर्थियों ने दी सम्मिलित राज्य कृषि सेवा की प्रारंभिक परीक्षा

UPPSC Exam उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020 का विज्ञापन 29 दिसंबर को निकाला था। इसमें अलग-अलग 564 पदों की भर्ती की जाएगी। पहले प्रारंभिक परीक्षा 30 मई को प्रस्तावित थी लेकिन कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होने पर उसे स्थगित करना पड़ा।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:41 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:41 PM (IST)
UPPSC Exam: 50 फीसद से ज्यादा अभ्यर्थियों ने दी सम्मिलित राज्य कृषि सेवा की प्रारंभिक परीक्षा
यूपीपीएससी की सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020 रविवार को प्रयागराज, लखनऊ और गाजियाबाद के 158 केंद्रों पर आयोजित हुई।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 को लेकर अभ्यर्थियों में उत्साह रहा। यूपीपीएससी ने रविवार को प्रयागराज, लखनऊ और गाजियाबाद के 158 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित किया। दिन में 11 से एक बजे तक सामान्य अध्ययन एवं कृषि के पेपर की परीक्षा ली गई। इसमें 51.55 प्रतिशत अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही। इस भर्ती परीक्षा के लिए 73,792 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इसमें 38,039 इम्तिहान में शामिल हुए।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020 का विज्ञापन 29 दिसंबर को निकाला था। इसमें अलग-अलग 564 पदों की भर्ती की जाएगी। पहले प्रारंभिक परीक्षा 30 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होने पर उसे स्थगित करना पड़ा। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि हर केंद्र में कोविड-19 नियम का पालन करते हुए परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई।

कहां कितने अभ्यर्थी हुए शामिल : सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020 के लिए हर जिला में अलग-अलग उपस्थिति रही। प्रयागराज में 28,178 पंजीकृत में से 14902, गाजियाबाद में 17327 पंजीकृत में से 7519 और लखनऊ में 28287 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 15618 ने परीक्षा दी।

कृषि प्रौद्योगिकी, समसामयिक प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020 के प्रश्नपत्र में समसामयिक मुद्दों की भरमार रही। रविवार को हुई परीक्षा में सामान्य अध्ययन एवं कृषि के तहत कुल 160 प्रश्न पूछे गए। इसमें सामान्य अध्ययन के 40 व कृषि से जुड़े 120 प्रश्न थे। इसमें केंद्र सरकार की ओर से किए गए तमाम संशोधनों को प्रश्न का हिस्सा बनाया गया। कृषि प्रौद्योगिकी के प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को देर तक उलझाए रखा। वहीं, उत्तर प्रदेश से जुड़े प्रश्नों ने राहत दी। पेपर में उत्तर प्रदेश को लेकर काफी प्रश्न पूछे गए, जिसमें अधिकतर का जवाब अभ्यर्थियों ने आसानी से दे दिया।

खेल और मनोरंजन के क्षेत्र से भी पूछे गए प्रश्न : अभ्यर्थी अभिनव मिश्र बताते हैं कि प्रश्नों में समानता रही। कुछ कठिन थे तो कुछ का जवाब देना आसान था। कृषि के इतर खेल व मनोरंजन के क्षेत्र से भी प्रश्न पूछे गए थे। अभ्यर्थी मोहित कुमार बताते हैं कि नियमित समाचार पत्र पढऩे वालों को प्रश्नपत्र हल करने में दिक्कत नहीं हुई। किस फिल्म ने 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2021 में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता? भारतीय संविधान का सौवां संशोधन किससे संबंधित है? जैसे तमाम प्रश्न ऐसे थे जिस पर आमतौर पर अभ्यर्थी ध्यान नहीं देते। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय कहते हैं कि प्रश्नपत्र बेहतर रहा। पीसीएस की तर्ज पर स्तरीय प्रश्नपत्र बनाया गया है। कोरोना, लोकसभा द्वारा किए गए संशोधनों को प्रश्न के रूप में शामिल किया जाना अच्छा कदम है। यह प्रश्न रहे खास वर्ष 2021 में क्रिकेटर सुरेश रैना की आत्मकथा किस नाम से प्रकाशित की गई? लोकसभा में आंग्ल भारतीय समुदाय के सदस्यों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या? उत्तर प्रदेश के किस जिला की सीमा उत्तराखंड, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश के साथ मिलती है? एक जिला एक उत्पादन योजना के अंतर्गत लकड़ी के खिलौने बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में किस जिले को चुना गया है? गायों और भैंसों में दुग्ध ज्वर रोग होने का क्या कारण है? उत्तर प्रदेश में कृषि के महत्वपूर्ण सूक्ष्मजीवों का राष्ट्रीय ब्यूरो कहां स्थित है? -उत्तर प्रदेश के किस जनपद में मार्डन कोच फैक्ट्री स्थापित है?

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