UP Weather Forecast: उत्‍तर प्रदेश में कोहरे से हारे सूर्य देव, इन सात जिलों में शीतलहर अलर्ट जारी

UP Weather Forecast शीतलहर के लिए यूपी के सात जिलों में 15 जनवरी तक अलर्ट गलन ने हड्डियों को कंपाया। मेरठ बरेली शाहजहांपुर हरदोई कानपुर सोनभ्रद व मुजफ्फरनगर में होगी कड़ी सर्दी। अगले 48 घंटों में और ज्यादा सर्दी पड़ने की आशंका।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 07:55 AM (IST)
UP Weather Forecast: उत्‍तर प्रदेश में कोहरे से हारे सूर्य देव, इन सात जिलों में शीतलहर अलर्ट जारी
UP Weather Forecast: शीतलहर के लिए यूपी के सात जिलों में 15 जनवरी तक अलर्ट, गलन ने हड्डियों को कंपाया।

लखनऊ, जेएनएन। UP Weather Forecast: यूपी में ठंड से लोग बेहाल हैं। कोहरे ने एक बार फिर सूर्यदेव को हरा दिया। सर्दी की चपेट में आकर फतेहपुर में 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। मौसम विभाग ने यूपी के सात जिलों में शीतलहर का फिर से अलर्ट जारी किया है, वहीं, पूरे यूपी में ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। बता दें, बीते बुधवार को दिन भर धूप नहीं चमक सकी। वहीं, पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवा ने आम जनमानस को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया।

मौसम विभाग ने तीन दिन पहले यूपी में शीतलहर का अलर्ट जारी किया था। इसमें सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली में 13 जनवरी तक शीतलहर की चेतावनी दी थी। उधर, बुधवार को दोबारा सात जनपदों के लिए अलर्ट जारी किया है। इसमें मुजफ्फरनगर, मेरठ, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, कानपुर नगर, सोनभ्रद व उसके आसपास इलाकों में 15 जनवरी तक शीतलहर चेतावनी दी है। 

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक पहाड़ों से आ रही उत्तरी- पश्चिमी हवा मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ा रही है। ऐसे में कुछ जनपदों में जहां शीतलहर रहेगी, वहीं अन्य जनपदों में भी ठंड का प्रकोप रहेगा। सुबह कोहरा व दिन में ठंडी हवा यूपी में मुश्किलें बढ़ा रही हैं। मकर संक्रांति पर्व पर राजधानी में ठंड का प्रकोप रहेगा। बुधवार को सुबह हल्का कोहरा छाया रहा, वहीं दिन में धूप निकली मगर, बर्फीली हवाओं का दौर जारी रहा। वहीं कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले 48 घंटों में और ज्यादा सर्दी पडऩे की आशंका है। पहाड़ों से लगातार ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर आ रही है। पाला भी पड़ सकता है, ऐसे में किसान सिंचाई व दवा छिड़काव से फसलों की सुरक्षा करें। 

लखनऊ में अधिकतम तापमान में 17.4 डिग्री, वहीं न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। गोरखपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से 8.2 डिग्री लुढ़क गया। ऐसे ही बहराइच का अधिकतम पारा 5.8, मेरठ का 6.1, अलीगढ़ का 6.3, हरदोई का 5.1, सुलतानपुर का 4.9 सामान्य से नीचे खिसक गया। कानपुर में अधिकतम तापमान 17.0 और न्यूनतम 3.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। कानपुर देहात व कन्नौज में न्यूनतम तापमान 3.8, इटावा में 4, उन्नाव व फतेहपुर, हमीरपुर व चित्रकूट में 5, फर्रुखाबाद व औरैया, बांदा व महोबा में 7, उरई में 6 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रयागराज में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा। प्रतापगढ़ में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। संगमनगरी में न्यूनतम तापमान में मंगलवार के मुकाबले तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई। आगरा में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कासगंज में अधिकतम तापमान 17 और न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रहा। मैनपुरी में न्यूनतम तापमान छह और अधिकतम 21 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पश्चिम उत्तर प्रदेश सर्द हवाओं के बीच ठिठुरता रहा। 

आगरा घना कोहरा छाने से दृश्यता शून्य हो गई। यहां सुबह 11 बजे के बाद धूप निकली। मथुरा में सुबह कोहरा छाया रहा। दृश्यता कम होने से यमुना एक्सप्रेस वे पर कई वाहन टकरा गए। मैनपुरी मे बुधवार सुबह आबादी क्षेत्र में भी कोहरा नजर आया जबकि बाहरी इलाके में यह घना था। सुबह 11 बजे के बाद धूप खिली। अलीगढ़ में पिछले तीन दिन से शीतलहर जनजीवन को प्रभावित किए हुए है। बुधवार को सुबह भी घने कोहरे के साथ हुई। तापमान करीब पांच डिग्री रहा वहीं कोहरे की वजह से विजिबिलिटी काफी कम थी। 50 मीटर पर कुछ नजर नहीं आ रहा था। नौ बजे तक कोहरा वातावरण में छाया रहा। अधिकांश लोग घरों में रजाई में दुबके रहे। हाथरस में भी दोपहर तक कोहरा रहा। मुरादाबाद में बुधवार को मौसम साफ रहा। सुबह से ही धूप निकली, हालांकि धूप में बहुत अधिक गरमाहट नहीं थी पर गलन भरी ठंड से राहत दिला रही थी। सुबह से ही धूप निकलने से जिंदगी पटरी पर दिखाई दी। पूर्वांचल में बुधवार को 15 से 20 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से सर्द पछुआ हवा चली तो पारा लुढ़ककर नीचे पहुंच गया। 

फसलों को नुकसान का खतरा: प्रदेश में कुछ स्थानों पर पाला पड़ने से रबी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। कृषि विज्ञानियों के मुताबिक पाले का सबसे ज्यादा असर रबी की दलहनी फसलों के साथ आलू पर भी पड़ सकता है। गेहूं के लिए तापमान की कमी फायदेमंद साबित होगी जबकि तापमान की यही कमी मटर, चना और आलू की फसल के रोगग्रस्त होने का खतरा पैदा कर सकती है। 

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