उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान प्रारंभ, 'सपा' से ही सपा का मुकाबला

UP VidhanSabha Upadhyakshya Election भारतीय जनता पार्टी ने उपाध्यक्ष पद के लिए हरदोई सदर से समाजवादी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल का समर्थन किया है। इस पद पर समाजवादी पार्टी ने सीतापुर की महमूदाबाद सीट के विधायक नरेन्द्र सिंह वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 12:39 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 12:47 PM (IST)
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान प्रारंभ, 'सपा' से ही सपा का मुकाबला
उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचन के लिए मतदान विधान भवन में प्रारंभ हो गया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचन के लिए मतदान विधान भवन में प्रारंभ हो गया है। कांग्रेस के बाद में बहुजन समाज पार्टी ने भी मतदान प्रक्रिया का विरोध किया है। अब यह मुकाबला भाजपा समर्थित समाजवादी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल तथा समाजवादी पार्टी के विधायक नरेन्द्र सिंह वर्मा के बीच है।

विधान भवन के मुख्य हाल में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष पंडित हृदय नारायण दीक्षित की देखरेख में मतदान प्रारंभ हो गया है। इस प्रक्रिया से पहले उन्होंने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत विधानसभा के एक दिनी सत्र के दौरान ही उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने उपाध्यक्ष पद के लिए हरदोई सदर से समाजवादी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल का समर्थन किया है। विधानसभा में विपक्षी दल के नेता के इस पद पर समाजवादी पार्टी ने सीतापुर की महमूदाबाद सीट के विधायक नरेन्द्र सिंह वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। दोनों उम्मीदवारों ने रविवार को अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था।

विधान भवन में सोमवार को मतदान से पहले विधानसभा में शोक प्रस्ताव पास हुआ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव पास हुआ। इसके बाद से विधानसभा में मतदान शुरू हो गया है। 11 बजे से प्रारंभ मतदान प्रक्रिया तीन बजे तक चलेगी। सभी की निगाह क्रास वोटिंग पर है। बहुजन समाज पार्टी के बागी तीन विधायकों असलम चौधरी, हाकिम लाल बिंद तथा असलम राइनी ने आज समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नरेन्द्र सिंह वर्मा के पक्ष में मतदान किया।कांग्रेस के बाद बहुजन समाज पार्टी ने भी विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान का बहिष्कार किया है। बसपा ने भी विधान सभा उपाध्यक्ष के चुनाव का बहिष्कार किया है। सदन में बसपा दल नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने इसका एलान किया।

मतदान से पहले भाजपा तथा समाजवादी पार्टी के नेताओं में बहस भी हुई। योगी आदित्यनाथ सरकार में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव पर कहा कि भाजपा ने इस पद को लेकर कोई परंपरा नहीं तोड़ी है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर हमने चार वर्ष तक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का इंतजार किया। इतने लम्बे समय तक समाजवादी पार्टी ने आपसी गुटबाजी के कारण प्रत्याशी नहीं दिया। इंतजार के बाद अब तो हम अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए आज के मतदान को लेकर इतिहास का काला अध्याय लिखा जाएगा। अभी तक विपक्ष का प्रत्याशी उपाध्यक्ष बनता था। सरकार ने सारी परिपाटी बदल दी है।  

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